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अडानी पर अमेरिकी आरोपों के बीच राहुल गांधी ने की गिरफ्तारी की मांग

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अडानी पर अमेरिकी आरोपों के बीच राहुल गांधी ने की गिरफ्तारी की मांग

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को गौतम अडानी के खिलाफ अमेरिका में लगे रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों के संदर्भ में अडानी की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा कि यह अब साफ हो चुका है कि अडानी समूह के चेयरमैन ने भारतीय और अमेरिकी दोनों कानूनों का उल्लंघन किया है।

अमेरिकी अदालत में गंभीर आरोप

न्यूयॉर्क की ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में एक आपराधिक मामला दर्ज हुआ है, जिसमें गौतम अडानी और अन्य प्रमुख भारतीय उद्योगपतियों को रिश्वत और धोखाधड़ी की साजिश से जोड़ा गया है।

“अडानी की गिरफ्तारी के बिना जांच विश्वसनीय नहीं होगी”

राहुल गांधी ने कहा, “जहां भी भ्रष्टाचार होता है, जांच होनी चाहिए। लेकिन इसकी शुरुआत अडानी से होनी चाहिए। जब तक अडानी को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक जांच का कोई मतलब नहीं। उन्हें गिरफ्तार करें, पूछताछ करें, और फिर हर आरोपी को पकड़ें। अंत में, इसका सिरा नरेंद्र मोदी तक जाएगा क्योंकि बीजेपी की पूरी फंडिंग संरचना उनके हाथ में है। मोदी चाहकर भी कुछ नहीं कर सकते क्योंकि अडानी ने देश को ‘हाइजैक’ कर लिया है।”

अमेरिकी और भारतीय कानून तोड़ने के आरोप

प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा, “अमेरिका में यह साबित हो चुका है कि अडानी ने वहां के और हमारे देश के कानून तोड़े हैं। फिर भी वह भारत में आज़ाद घूम रहे हैं। कई राज्यों के मुख्यमंत्री मामूली रकम के घोटाले के लिए जेल में हैं, लेकिन अडानी ने 2000 करोड़ का घोटाला किया और उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।”

अडानी और मोदी के बीच गहरे संबंध

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी अडानी को संरक्षण दे रहे हैं। “भारत में ‘एक हैं तो सुरक्षित हैं’ का नारा चलता है। मोदी और अडानी एक हैं, इसलिए उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। छोटे-मोटे घोटाले करने वालों को जेल हो जाती है, लेकिन अडानी 2000 करोड़ का घोटाला कर खुलेआम घूम रहे हैं। यह मेरा कर्तव्य है कि इस मुद्दे को उठाऊं।”

युवाओं और निवेशकों को नुकसान

उन्होंने कहा कि भारत के युवा नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे हैं, और छोटे निवेशकों का पैसा जोखिम में है। “माधाबी बुख, जो सेबी की चेयरपर्सन हैं, ने कोई जांच नहीं की। उन्हें हटाया जाना चाहिए और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।”

अडानी समूह का बयान

दूसरी ओर, अडानी समूह ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अमेरिकी न्याय विभाग और एसईसी द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। बयान में कहा गया, “हम हमेशा कानून का पालन करते हैं और उच्चतम स्तर की पारदर्शिता व जवाबदेही बनाए रखते हैं। आरोप साबित होने तक आरोपी निर्दोष माने जाते हैं। हम हर कानूनी रास्ते का सहारा लेंगे।”

राहुल गांधी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह केवल अडानी का मामला नहीं है, बल्कि एक पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करना जरूरी है। उन्होंने कहा, “हम सच सामने लाएंगे और पीछे नहीं हटेंगे।”