
रविचंद्रन अश्विन ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। यह उनके लिए एक भावनात्मक क्षण था, क्योंकि उन्होंने भारत के लिए 14 साल तक टेस्ट क्रिकेट खेला।
अश्विन ने 106 टेस्ट मैच खेले और 537 विकेट लिए, जो उन्हें भारत के लिए दूसरा सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज बनाता है। उन्होंने टेस्ट मैचों में 37 पांच विकेट लेने वाले प्रदर्शन भी किए, जो उन्हें इस उपलब्धि के मामले में दूसरे स्थान पर रखता है।
अश्विन ने अपने करियर में कई यादगार क्षण दिए। उन्होंने 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 10 विकेट लिए, और 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ 13 विकेट लिए। वह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेजी से 250, 300 और 350 विकेट लेने वाले गेंदबाज भी हैं।
अश्विन के संन्यास से भारतीय क्रिकेट टीम को बड़ा झटका लगा है। वह एक अनुभवी गेंदबाज थे, और उनकी कमी को भरना मुश्किल होगा। हालांकि, उन्होंने भारतीय क्रिकेट को कई यादगार पल दिए हैं, और उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।
अश्विन ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि यह सही समय है। उन्होंने कहा कि वह अब भी खेलने में सक्षम हैं, लेकिन उन्हें लगता है कि अब समय आ गया है कि वह अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताएं।
अश्विन के संन्यास से भारतीय क्रिकेट टीम को बड़ा झटका लगा है। वह एक अनुभवी गेंदबाज थे, और उनकी कमी को भरना मुश्किल होगा। हालांकि, उन्होंने भारतीय क्रिकेट को कई यादगार पल दिए हैं, और उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।