बोइंग इंडिया के अध्यक्ष सलिल गुप्ते ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय विमानन क्षेत्र दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रहा है। पिछले कुछ वर्षों में इसकी वृद्धि दर लगभग 6.97 प्रतिशत रही है। उन्होंने इस वृद्धि को तीन मुख्य कारकों के लिए जिम्मेदार ठहराया:
- मजबूत जीडीपी वृद्धि: भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की अधिकांश अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में तेजी से बढ़ रही है। इस बढ़ी हुई आर्थिक गतिविधि से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोनों तरह से हवाई यात्रा की मांग बढ़ रही है।
- ** बढ़ती डिस्पोजेबल आय:** भारत की अर्थव्यवस्था के बढ़ने के साथ, अधिक से अधिक लोग हवाई यात्रा करने में सक्षम हो रहे हैं। इससे एक बढ़ता हुआ मध्यम वर्ग बन रहा है जो उड़ने के लिए उत्सुक है।
- सरकारी पहल: भारत सरकार ने विमानन क्षेत्र के विकास को समर्थन देने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे कि मेक इन इंडिया पहल और क्षेत्रीय संपर्क योजना। इन पहलों ने भारत में विमानों के संचालन को आसान और अधिक किफायती बना दिया है।
गुप्ते ने यह भी कहा कि मेक इन इंडिया पहल ने विमानन क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस पहल ने कई विदेशी एरोस्पेस कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए आकर्षित किया है, और इसने देश की घरेलू एयरोस्पेस विनिर्माण क्षमताओं को विकसित करने में भी मदद की है।