नरक चतुर्दशी, जिसे छोटी दिवाली, रूप चतुर्दशी, या यम चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू त्योहार है जो कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को मनाया जाता है। यह त्योहार भगवान कृष्ण द्वारा नरकासुर नामक राक्षस का वध करने की याद में मनाया जाता है। नरक चतुर्दशी को हिंदू धर्म में एक शुभ दिन माना जाता है, और इस दिन कई तरह के अनुष्ठान और पूजा की जाती है।
मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस दिन कुछ विशेष काम करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन, समृद्धि और खुशहाली आती है।
नरक चतुर्दशी पर करने चाहिए ये 10 जरूरी काम:
1. यमराज की पूजा करें:
यमराज मृत्यु के देवता हैं। मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन यमराज की पूजा करने से घर से दरिद्रता दूर होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
यमराज की पूजा करने के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके यमराज के मंदिर जाएं। मंदिर में यमराज की प्रतिमा के सामने धूप, दीप, फूल, फल, और मिठाई अर्पित करें। इसके बाद यमराज के मंत्रों का जाप करें।
उदाहरण:
- यमराज की पूजा करने के लिए आप घर पर भी एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं। चौकी पर यमराज की प्रतिमा या तस्वीर रखें। इसके बाद यमराज को फूल, फल, मिठाई, और दक्षिणा अर्पित करें। इसके बाद यमराज के मंत्रों का जाप करें।
- यमराज की पूजा के लिए आप निम्नलिखित मंत्रों का जाप कर सकते हैं:
- यमराज मंत्र: ॐ यमाय नमः
- यमराज गायत्री मंत्र: ॐ यमाय विद्महे, चित्रगुप्ताय धीमहि, तन्नो मृत्युः प्रचोदयात्
2. मां लक्ष्मी की पूजा करें:
मां लक्ष्मी धन, समृद्धि, और सौभाग्य की देवी हैं। मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन और समृद्धि आती है।
मां लक्ष्मी की पूजा करने के लिए घर में एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं। चौकी पर मां लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर रखें। इसके बाद मां लक्ष्मी को फूल, फल, मिठाई, और दक्षिणा अर्पित करें। इसके बाद मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें।
उदाहरण:
- मां लक्ष्मी की पूजा करने के लिए आप सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके मां लक्ष्मी के मंदिर जाएं। मंदिर में मां लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने धूप, दीप, फूल, फल, और मिठाई अर्पित करें। इसके बाद मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें।
- मां लक्ष्मी की पूजा के लिए आप निम्नलिखित मंत्रों का जाप कर सकते हैं:
- मां लक्ष्मी मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः
- मां लक्ष्मी गायत्री मंत्र: ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे, विष्णु पत्न्यै च धीमहि, तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्
3. दान करें:
दान करने से पुण्य मिलता है और घर में सुख-समृद्धि आती है। नरक चतुर्दशी के दिन गरीबों, जरूरतमंदों, और मंदिर को दान करें।
उदाहरण:
- आप गरीबों को भोजन, कपड़े, या पैसे दान कर सकते हैं।
- आप जरूरतमंदों को शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, या रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए दान कर सकते हैं।
- आप मंदिर को पैसे, सोना, या अन्य कीमती वस्तुओं का दान कर सकते हैं।
4. घर की सफाई करें:
घर की सफाई करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। नरक चतुर्दशी के दिन घर को गंगाजल से धोएं। इसके बाद घर में
5. दीपदान करें:
दीपदान करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। नरक चतुर्दशी के दिन घर के अंदर और बाहर दीपक जलाएं। आप घर की छत पर भी दीपक जला सकते हैं।
6. अपामार्ग का उपयोग करें:
अपामार्ग (चिरचिटा) एक जड़ी बूटी है जिसका उपयोग कई तरह के अनुष्ठानों में किया जाता है। नरक चतुर्दशी के दिन अपामार्ग की टहनियों को सिर पर घुमाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और बुरी नजर से बचाव होता है।
7. तेल मालिश करें:
नरक चतुर्दशी के दिन सुबह उठकर पूरे शरीर में तेल की मालिश करें। माना जाता है कि इस दिन तेल की मालिश करने से शरीर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और त्वचा चमकदार बनती है।
8. स्नान करें:
नरक चतुर्दशी के दिन सुबह उठकर स्नान करें। स्नान के पानी में गंगाजल या गायत्री मंत्र का जाप करते हुए जल का छिड़काव करें। इससे आपके शरीर और मन से नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी और आप सकारात्मक ऊर्जा से भर जाएंगे।
9. नए कपड़े पहनें:
नरक चतुर्दशी के दिन नए कपड़े पहनें। इससे आपका मन प्रसन्न होगा और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
10. मंत्रों का जाप करें:
नरक चतुर्दशी के दिन निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:
- लक्ष्मी मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः
- गणेश मंत्र: ॐ गं गणपते नमः
- सरस्वती मंत्र: ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः
- नारायण मंत्र: ॐ नमो नारायणाय
इन मंत्रों का जाप करने से मां लक्ष्मी, भगवान गणेश, माता सरस्वती, और भगवान नारायण की कृपा प्राप्त होती है।