
फिक्की फ्रेम्स का सिल्वर जुबली संस्करण इस बार “RISE: इनोवेशन, सस्टेनेबिलिटी और एक्सीलेंस को नया आयाम” थीम के साथ आयोजित होने जा रहा है। यह आयोजन भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग में नई कहानियां गढ़ने, रचनात्मकता को बढ़ावा देने और बदलाव को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है।
इस बार के आयोजन में बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना को फिक्की फ्रेम्स का पहला ब्रांड एंबेसडर घोषित किया गया है। इस मौके पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए आयुष्मान ने कहा, “फिक्की फ्रेम्स के 25वें वर्ष में ब्रांड एंबेसडर बनना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। चंडीगढ़ से मुंबई केवल सपने लेकर आया था, और आज यह जिम्मेदारी मेरे लिए गर्व की बात है।”
उन्होंने आगे कहा, “इस नई भूमिका में, मैं फिक्की टीम के साथ मिलकर भारतीय मनोरंजन उद्योग की रचनात्मकता, नवाचार और उत्कृष्टता को विश्व मंच पर प्रदर्शित करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।”
हर साल मुंबई में आयोजित होने वाला फिक्की फ्रेम्स, दुनिया भर के उद्योग जगत के नेताओं, रचनात्मक पेशेवरों और नीति निर्माताओं को एक मंच पर लाता है। इसमें कीनोट एड्रेस, बी2बी मीटिंग्स, मास्टरक्लास, नीति चर्चाएं, बेस्ट एनिमेटेड फ्रेम्स अवॉर्ड्स (BAF), वैश्विक कंटेंट मार्केट, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।
फिक्की फ्रेम्स ने वर्षों में कई दिग्गज हस्तियों को अपनी छत्रछाया में जगह दी है, जिनमें हॉलीवुड अभिनेता ह्यूग जैकमैन, अजीत पई (पूर्व एफसीसी कमिश्नर), मुकेश अंबानी, और बॉलीवुड के सितारे अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान जैसे नाम शामिल हैं।
इस साल का संस्करण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वर्चुअल रियलिटी और मेटावर्स जैसी उभरती तकनीकों पर फोकस करेगा। इसके साथ ही पारंपरिक मीडिया और मनोरंजन पर भी चर्चा होगी। कार्यक्रम का उद्देश्य भारत की कहानी कहने की परंपरा को उजागर करना और इसे तकनीकी प्रगति के साथ जोड़ना है।
फिक्की मीडिया और एंटरटेनमेंट कमेटी के चेयर केविन वाज़ ने कहा, “आयुष्मान खुराना हमारी रचनात्मकता, नवाचार और उत्कृष्टता का प्रतीक हैं। उनकी यात्रा फिक्की फ्रेम्स की भावना के अनुरूप है और यह आने वाली पीढ़ी के रचनाकारों और कहानीकारों को प्रेरित करेगी।”
फिक्की फ्रेम्स न केवल उद्योग के भविष्य पर चर्चा का मंच है, बल्कि भारतीय मनोरंजन उद्योग की उपलब्धियों का उत्सव भी है। यह आयोजन, जो 2025 में 14 फरवरी को आयोजित होगा, भारत के अद्वितीय रचनात्मक योगदान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में मदद करता है।