झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व में INDIA गठबंधन ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए 81 में से 56 सीटों पर कब्जा किया। यह गठबंधन लगातार दूसरी बार राज्य में सरकार बनाने जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस जीत को लोकतंत्र पर जनता के विश्वास का परिणाम बताया और कहा, “हमने लोकतंत्र की परीक्षा पास कर ली है।”
JMM का शानदार प्रदर्शन
JMM ने 43 सीटों पर चुनाव लड़ा और इनमें से 34 सीटें अपने नाम कीं। सहयोगी दलों का प्रदर्शन भी अच्छा रहा—कांग्रेस ने 30 में से 16 सीटें जीतीं, RJD ने 6 में से 4 सीटें और सीपीआई (एमएल) ने 4 में से 2 सीटें हासिल कीं।
हेमंत सोरेन ने अपनी बारहट सीट से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की, बीजेपी के गमलीयल हेम्ब्रम को 39,791 वोटों से हराते हुए। उनके छोटे भाई बसंत सोरेन ने दुमका सीट पर बीजेपी के सुनील सोरेन को 14,588 वोटों से हराया। वहीं, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने गांडेय सीट पर बीजेपी की मुनिया देवी को 17,142 वोटों से हराया।
हालांकि, परिवार के सभी सदस्यों को जीत नहीं मिली। हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को जमताड़ा सीट से कांग्रेस के इरफान अंसारी के हाथों 43,676 वोटों से हार का सामना करना पड़ा।
बीजेपी को बड़ा झटका
बीजेपी ने चुनाव प्रचार में घुसपैठ और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को जोर-शोर से उठाया, लेकिन पार्टी 23 सीटें ही जीत सकी। पार्टी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने धनवार से और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सरायकेला से जीत हासिल की। हालांकि, बीजेपी के बड़े चेहरे जैसे मीरा मुंडा (पोटका) और बाबू लाल सोरेन (घाटशिला) को हार का सामना करना पड़ा।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, जो झारखंड में बीजेपी प्रचार अभियान का नेतृत्व कर रहे थे, ने परिणाम पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, “झारखंड में हार मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से बहुत दर्दनाक है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने JMM और गठबंधन को बधाई देते हुए झारखंड की जनता के प्रति आभार जताया। उन्होंने लिखा, “हम जनता के मुद्दों को उठाने और राज्य के लिए काम करने में आगे रहेंगे।”
हेमंत सोरेन: झारखंड को ‘स्वर्णिम राज्य’ बनाने का संकल्प
जीत के बाद हेमंत सोरेन ने झारखंड को “अबुआ राज” (स्वशासन) के तहत स्वर्णिम राज्य बनाने का वादा किया। उन्होंने कहा, “आइए मिलकर झारखंड को ‘पिछड़ा’ राज्य कहे जाने का ठप्पा हटाएं और इसे विकसित बनाएं।”
गठबंधन के नेताओं का बयान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस जीत को “विभाजनकारी राजनीति की हार” बताते हुए झारखंड की जनता का आभार जताया। उन्होंने लिखा, “जनता ने जल, जंगल, जमीन के मुद्दों को प्राथमिकता दी और झूठी राजनीति को नकार दिया।”
राहुल गांधी ने भी इस जीत को झारखंड के प्राकृतिक संसाधनों और संविधान की रक्षा की जीत बताया। हालांकि, उन्होंने महाराष्ट्र में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन पर आत्ममंथन की जरूरत जताई।
झारखंड: INDIA गठबंधन की ताकत बनी JMM
झारखंड के नतीजे INDIA गठबंधन के लिए एक बड़ी जीत माने जा रहे हैं। इस जीत से JMM ने झारखंड में अपनी मजबूत स्थिति को और पुख्ता कर लिया है।