दोस्तो, पर्थ टेस्ट के तीसरे दिन का रोमांच देखते ही बनता था! यशस्वी जयसवाल ने तो कमाल कर दिया। 161 रन की पारी खेलकर उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों के छक्के छुड़ा दिए। उनकी इस पारी ने मुझे सचिन तेंदुलकर की याद दिला दी, जिन्होंने 32 साल पहले इसी मैदान पर शानदार शतक जड़ा था। जयसवाल ने दिखा दिया है कि वो अगले 15 साल तक भारतीय बल्लेबाजी के ‘युवराज’ बनने की पूरी क्षमता रखते हैं।
लेकिन असली धमाल तो विराट कोहली ने मचाया! उछाल से भरी इस पिच पर उन्होंने अपने अनुभव और तकनीक का ऐसा प्रदर्शन किया कि देखने वाले दंग रह गए। 30वां टेस्ट शतक जड़कर कोहली ने सर डॉन ब्रैडमैन का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। स्टार्क और कमिंस जैसे गेंदबाजों की धुनाई करते हुए उन्होंने दिखाया कि ‘किंग’ कोहली का जलवा अभी कायम है।
कोहली के शतक के बाद कप्तान बुमराह ने पारी घोषित कर दी और ऑस्ट्रेलिया को 534 रन का पहाड़ जैसा लक्ष्य दिया। बुमराह ने खुद भी कमाल दिखाया और मैक्सवीनी और लाबुशेन को जल्दी ही पवेलियन भेज दिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम दबाव में दिख रही है।
जयसवाल और केएल राहुल ने पहले विकेट के लिए 201 रन जोड़कर टीम को शानदार शुरुआत दी। अगर भारत ये मैच जीतता है, तो इस साझेदारी को भी बुमराह की पहली पारी की तरह ही याद रखा जाएगा।
दोस्तो, मुझे लगता है कि ये मैच भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक यादगार जीत के रूप में दर्ज होगा। जयसवाल और कोहली की पारियों ने तो कमाल ही कर दिया!