महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के साथ ही चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई। चुनाव आयोग (ECI) ने बताया कि महाराष्ट्र में कुल 62.05% और झारखंड में 68.01% मतदान हुआ, जो 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव के 67.04% मतदान को पार कर गया।
झारखंड ने रचा नया इतिहास
झारखंड के 38 विधानसभा क्षेत्रों में जोरदार मतदान हुआ, जहां मतदाताओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। यहां मतदान केंद्रों पर विभिन्न वर्गों के लोग, जिनमें पहली बार वोट डालने वाले, बुजुर्ग, महिलाएं और यहां तक कि छोटे बच्चों के साथ आए माता-पिता भी शामिल थे, लंबी कतारों में नजर आए। आदिवासी क्षेत्रों में मतदान बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए गए, और 48 अद्वितीय थीम आधारित मतदान केंद्र बनाए गए जो आदिवासी संस्कृति को दर्शाते थे।
चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित किया कि राज्य के 8 विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTG) के सभी 1.78 लाख सदस्यों का नाम मतदाता सूची में दर्ज हो। इन प्रयासों का सकारात्मक प्रभाव पड़ा, और आदिवासी समुदाय ने पूरे जोश के साथ मतदान में हिस्सा लिया।
महाराष्ट्र के शहरी मतदाताओं की उदासीनता
महाराष्ट्र के 288 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण रहा, लेकिन शहरी क्षेत्रों जैसे मुंबई, पुणे और ठाणे में कम मतदान का ट्रेंड जारी रहा। हालांकि, मतदान केंद्रों को सुविधाजनक बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे, जैसे कतार में खड़े मतदाताओं के लिए बेंच, पानी, और दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर।
फिल्मी सितारों और मशहूर हस्तियों ने लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया। सचिन तेंदुलकर जैसे हस्तियों ने वोट डालने के बाद नागरिकों से मतदान करने की अपील की। कुछ बूथों पर बुजुर्ग मतदाताओं को सर्टिफिकेट और पौधे देकर सम्मानित किया गया।
चुनाव आयोग की सख्ती और सफलता
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और अन्य अधिकारियों ने चुनाव प्रक्रिया की कड़ी निगरानी की। उत्तर प्रदेश के कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को रोकने और नियमों के उल्लंघन की शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए मुरादाबाद, कानपुर और मुजफ्फरनगर में पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल तकनीकों का भी उपयोग किया गया। “सुविधा 2.0” ऐप के जरिए 74,200 से अधिक प्रचार से संबंधित अनुमति आवेदन मंजूर किए गए, जिनमें से 55,700 महाराष्ट्र और 11,932 झारखंड से थे। “सीविजिल” ऐप पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की 24,992 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 99% का निपटारा 100 मिनट के भीतर किया गया।
चुनाव परिणामों का इंतजार
महाराष्ट्र और झारखंड की कुल 369 विधानसभा सीटों और 15 राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। आयोग ने कहा कि इस बार धन, नशीले पदार्थ और अन्य प्रलोभनों के खिलाफ सख्त निगरानी रखी गई। झारखंड और महाराष्ट्र में कुल 914.18 करोड़ रुपये की जब्ती हुई, जो पिछले चुनाव की तुलना में 7.5 गुना अधिक है।
मतदान के बाद सभी की नजरें अब 23 नवंबर को आने वाले नतीजों पर हैं, जो तय करेंगे कि महाराष्ट्र और झारखंड की सियासत किस दिशा में जाएगी।