रविवार को उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के बाद कांग्रेस ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच दरार पैदा करने का आरोप लगाया। साथ ही, पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट से मामले में शीघ्र हस्तक्षेप की मांग की।
इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग, जिनमें पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हैं, घायल हुए। सोमवार को एक और घायल व्यक्ति की मौत हो गई। यह विवाद शाही जामा मस्जिद पर अदालत द्वारा आदेशित सर्वे के विरोध में प्रदर्शन के दौरान भड़का था।
राहुल गांधी का बयान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर हिंदी में लिखा,
“संभल, उत्तर प्रदेश में हालिया विवाद पर राज्य सरकार का पक्षपाती और जल्दबाजी भरा रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिंसा और गोलीबारी में जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया, उनके प्रति मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”
उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया कि बिना सभी पक्षों की बात सुने और संवेदनशीलता दिखाए, सरकार ने ऐसे कदम उठाए, जिनसे माहौल और बिगड़ गया और लोगों की जान गई। राहुल गांधी ने इसे भाजपा सरकार की सीधी जिम्मेदारी ठहराया।
उन्होंने आगे कहा, “भाजपा सत्ता का इस्तेमाल हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच दरार और भेदभाव बढ़ाने के लिए कर रही है, जो न राज्य के हित में है और न ही देश के। मैं सुप्रीम कोर्ट से अपील करता हूं कि वह इस मामले में शीघ्र हस्तक्षेप करे और न्याय सुनिश्चित करे।”
प्रियंका गांधी वाड्रा की अपील
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “संभल में हुए अचानक विवाद को लेकर राज्य सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन ने इतनी संवेदनशील स्थिति में दोनों पक्षों को विश्वास में लिए बिना और आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन किए बिना जल्दबाजी में कार्रवाई की, जिससे हालात और खराब हो गए।”
प्रियंका गांधी ने राज्य सरकार पर भेदभाव और विभाजन बढ़ाने का आरोप लगाते हुए कहा, “सत्ता में रहते हुए इस तरह का उत्पीड़न और विभाजनकारी रवैया न जनता के हित में है और न देश के। माननीय सुप्रीम कोर्ट को मामले का संज्ञान लेकर न्याय देना चाहिए।” उन्होंने राज्य की जनता से शांति बनाए रखने की अपील की।
प्रशासन की कार्रवाई
हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने सात एफआईआर दर्ज की हैं। इनमें सपा सांसद ज़िया-उर-रहमान बर्क और स्थानीय सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहैल इकबाल को भी नामजद किया गया है। जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है और 30 नवंबर तक बाहरी लोगों के संभल में प्रवेश पर रोक लगा दी है।
कांग्रेस के आरोप
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि आदित्यनाथ सरकार निर्दोष लोगों की मौत के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार है। पार्टी ने भाजपा और आरएसएस पर “संभल की शांति और सौहार्द्र में आग लगाने” का आरोप लगाते हुए कहा कि यह हिंसा एक “सुनियोजित साजिश” का नतीजा है।
इस पूरे मामले ने राज्य में सांप्रदायिकता और प्रशासनिक फैसलों पर एक नई बहस छेड़ दी है। अब सभी की निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर हैं कि वह इस संवेदनशील मुद्दे पर क्या कदम उठाएगा।