दिल्ली और आसपास के इलाकों में सुबह-शाम हल्की ठंड महसूस होने लगी है। दिसंबर-जनवरी के बीच एनसीआर में कड़ाके की सर्दी पड़ती है। हालांकि, शायद इस बार ऐसा न हो। भारत के अधिकांश हिस्सों में दिसंबर तक सामान्य से अधिक गर्म सर्दी पड़ने की संभावना है।
दिल्ली के लोगों को इस साल की सर्दी की तैयारी करनी होगी, क्योंकि मौसम विभाग और दक्षिण एशियाई जलवायु आउटलुक फोरम (SASCOF) ने दिसंबर 2023 के लिए एक असामान्य मौसम की पूर्वानुमान जारी की है। इसमें भारत सहित दक्षिण एशिया के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की सबसे अधिक संभावनाएं दिखाई गईं।
इस समय का मौसम न केवल एल नीनो के प्रभाव से जुड़ा है, बल्कि वैद्युतिक कारकों का भी प्रभाव है। उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों के स्थानीय कारक भी मौसम को प्रभावित कर रहे हैं।
प्रदूषण का असर ठंड पर हो सकता है, लेकिन इसमें वैद्युतिक कारकों का भी महत्वपूर्ण योगदान है। हवा की रफ्तार प्रदूषण के कणों को तितर-बितर करने में मदद करती है, जिससे मौसम पर प्रदूषण के कणों का प्रभाव होता है।
इस वर्ष एल-नीनो का प्रभाव है, जिसके कारण समुद्र का तापमान सामान्य से अधिक हो सकता है। इससे दिसंबर-जनवरी में कम सर्दी की संभावना है, और फरवरी में गर्मी की दस्तक भी सुनाई पड़ सकती है।
इसलिए, दिल्ली और आसपास के लोगों को सर्दी के आने वाले सीज़न के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि मौसम विभाग के अनुसार इस बार सर्दियों का तापमान सामान्य से अधिक हो सकता है।