सलमान खान और शाहरुख खान की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘करण-अर्जुन’ एक बार फिर सिनेमाघरों में धमाल मचाने आ रही है! 22 नवंबर को दुनिया भर में रिलीज़ होने जा रही है।
लेकिन क्या आज की पीढ़ी, जो पुनर्जन्म की कहानियों से शायद उतनी परिचित ना हो, इस फ़िल्म से जुड़ पाएगी? यह सवाल खुद राकेश रोशन के मन में भी है। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया, “यह मेरे लिए एक तरह का एक्सपेरिमेंट है। मुझे थोड़ी घबराहट हो रही है। उस ज़माने में यह फ़िल्म इसलिए चली थी क्योंकि यह एक संपूर्ण मनोरंजक फ़िल्म थी, जिसमें पुनर्जन्म की कहानी थी – एक माँ का अपने बेटों के लौटने का विश्वास। मैं देखना चाहता हूँ कि आज की पीढ़ी ऐसी कहानी में विश्वास करती है या नहीं।”
रोशन ने फ़िल्म बनाने में आई चुनौतियों का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा, “दर्शकों को कहानी में विश्वास दिलाना बहुत मुश्किल था। एक माँ कहती है कि उसके दोनों बेटे वापस आएंगे, और वे आते भी हैं – यह दिखाना कि उनका पुनर्जन्म कैसे होता है, वे कहाँ पैदा होते हैं, कैसे मिलते हैं, और कैसे अपनी माँ को ढूंढते हैं, एक निर्देशक के तौर पर मेरे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण था।”
फ़िल्म के डायलॉग्स, जैसे “मेरे करण-अर्जुन आएंगे” और ” भाग अर्जुन भाग”, आज भी लोगों की ज़ुबान पर हैं और मीम्स में खूब इस्तेमाल होते हैं। इस पर रोशन ने खुशी जताते हुए कहा, “यह देखकर बहुत अच्छा लगता है कि 30 साल बाद भी लोग फ़िल्म, उसके किरदारों और डायलॉग्स को याद करते हैं।”
1995 में रिलीज़ हुई ‘करण-अर्जुन’ एक क्लासिक बॉलीवुड फ़िल्म है जो पुनर्जन्म और बदले की कहानी पर आधारित है। इस फ़िल्म में सलमान खान और शाहरुख खान दो भाइयों, करण और अर्जुन की भूमिका में हैं। फ़िल्म में यादगार डायलॉग्स, एक्शन और इमोशनल ड्रामा भरपूर है।