नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि 2023 के अक्टूबर में जीएसटी संग्रह 1.72 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो सबसे अधिक है। इसके साथ ही, यह संग्रह एक साल में 13% बढ़ गया।
मंत्रालय ने कहा, “2023 के अक्टूबर में जीएसटी संग्रह 1,72,003 करोड़ रुपये है, जिसमें से 30,062 करोड़ रुपये सीजीएसटी, 38,171 करोड़ रुपये एसजीएसटी, 91,315 करोड़ रुपये आईजीएसटी (माल के आयात पर 42,127 करोड़ रुपये सहित) और 12,456 करोड़ रुपये उपकर (आयात पर 1,294 करोड़ रुपये सहित) हैं।”
इसके अलावा, यह संग्रह दिखाता है कि देश की अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप, केंद्र और राज्य सरकारों के लिए राजस्व भी बढ़ गया है।
इस महत्वपूर्ण विकास के बारे में दैलीट इंडिया के साथी एमएस मणि ने कहा, “जीएसटी संग्रह में हो रही वृद्धि के पीछे मुख्य रूप से मजबूत आर्थिक कारकों का होना है, लेकिन टैक्स अधिकारियों के प्रयासों का भी हिस्सा है जिन्होंने डेटा सेटों को तुलना करने के उपकरणों का उपयोग करके छोटी चुक और उपाय स्पष्ट करने के लिए किया है। विभिन्न डेटाबेसों पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर निरीक्षण की दिशा में बढ़ती महत्वपूर्ण भूमिका ने खंडन सेक्टरों और राज्यों के बीच संविधान के मान्यता के क़रीब वृद्धि को दर्शाया है। यह इसी को प्रमुख निर्माण और उपभोक्ता राज्यों में जीएसटी संग्रह में वृद्धि में प्रकट हो रहा है।”
यह विकास सरल शब्दों में है और देश के वित्तीय स्वास्थ्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।