बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर संकेत दिया है कि वह 2025 के विधानसभा चुनाव में अपने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी बनाएंगे। उन्होंने कहा कि तेजस्वी अब उनके लिए सब कुछ हैं।
नीतीश कुमार ने यह बयान शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए दिया। उन्होंने तेजस्वी के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा, “अब यह बच्चा मेरे लिए सब कुछ है।”
इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार धीरे-धीरे तेजस्वी को राज्य की कमान सौंपने की तैयारी कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं। वह 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के प्रचार प्रमुख थे। उन्होंने चुनाव प्रचार में अहम भूमिका निभाई थी और महागठबंधन को जीत के करीब पहुंचाया था।
नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच अच्छे संबंध हैं। दोनों नेता अक्सर एक साथ मंच साझा करते हैं और एक दूसरे की तारीफ करते हैं।
नीतीश कुमार ने क्यों चुना तेजस्वी यादव को?
नीतीश कुमार के तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी बनाने के कई कारण हैं। सबसे पहली बात यह है कि तेजस्वी यादव बिहार के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं। वह युवा हैं, ऊर्जावान हैं और उनका राज्य की जनता पर अच्छा प्रभाव है।
दूसरी बात यह है कि तेजस्वी यादव का राजद में मजबूत पकड़ है। राजद बिहार की एक प्रमुख पार्टी है और उसके पास बड़ी संख्या में मतदाता हैं। तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी बनाकर नीतीश कुमार महागठबंधन को मजबूत बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
तीसरी बात यह है कि नीतीश कुमार अपनी उम्र और स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। वह चाहते हैं कि उनके जाने के बाद बिहार का नेतृत्व एक मजबूत और सक्षम नेता के हाथों में रहे। तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी बनाकर नीतीश कुमार इस चिंता को दूर करना चाहते हैं।
क्या हैं चुनौतियां?
नीतीश कुमार के लिए तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी बनाना आसान नहीं होगा। उन्हें अपनी पार्टी जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं को मनाना होगा। इसके अलावा उन्हें महागठबंधन के अन्य सहयोगी दलों को भी साथ लेना होगा।
नीतीश कुमार को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के लिए तैयार हैं। तेजस्वी यादव के पास अभी तक बहुत अधिक प्रशासनिक अनुभव नहीं है। उन्हें मुख्यमंत्री बनने से पहले और अधिक अनुभव हासिल करना होगा।
आगे क्या होगा?
यह देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारी कैसे करते हैं। यह भी देखना होगा कि भाजपा इस चुनौती का सामना कैसे करती है।