सिर्फ 12 दिन की शादी और फिर मौत की उड़ान: अंकिता की दर्दनाक कहानी

अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ी वो फ्लाइट, जिसमें अंकिता पटेल ने सपनों की एक नई मंज़िल के लिए कदम रखा था, कुछ ही मिनटों में खौफनाक मंजर में तब्दील हो गई। 265 ज़िंदगियां इस हादसे में ख़त्म हो गईं, जिनमें एक वो भी थी जो अभी सिर्फ 12 दिनों की शादी को पीछे छोड़, एक नई दुनिया में अपने पति के साथ ज़िंदगी शुरू करने निकली थी।

मेहसाणा की रहने वाली 28 वर्षीय अंकिता पटेल की आंखों में बस यही ख्वाब पल रहे थे—पति वसंत के साथ एक बेहतर भविष्य, एक नए देश में नई शुरुआत। दिसंबर 2024 में शादी के बाद, वसंत UK लौट चुके थे और अंकिता पिछले छह महीनों से वीजा प्रक्रिया पूरी करने में जुटी थीं। जब आख़िरकार सारी औपचारिकताएं पूरी हो गईं, तो परिवार ने बड़े अरमानों से उन्हें एयरपोर्ट तक छोड़ा। मां-बाप, भाई और ससुराल वाले सब हंसी-खुशी विदा करने आए थे।

लेकिन किसे पता था कि उस मुस्कान के पीछे, नियति एक ऐसा मोड़ छुपाए बैठी थी, जिससे कोई उबर नहीं पाएगा। जैसे ही विमान ने उड़ान भरी, और परिवार वाले वापस मेहसाणा के लिए निकले, रास्ते में उन्हें खबर मिली कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। पल भर में सब कुछ थम गया।

आज अंकिता के पति वसंत, जो उन्हें गेटविक एयरपोर्ट पर रिसीव करने वाले थे, भारत लौट आए हैं — लेकिन इस बार किसी प्रेमिल मिलन के लिए नहीं, बल्कि उनकी अस्थियों को घर लाने के लिए। BJ मेडिकल कॉलेज में DNA जांच के लिए भाई के सैंपल का इंतज़ार है। अंकिता की भाभी गायत्री पटेल की आंखें सूनी हैं, और शब्दों में सिर्फ एक गूंज है: “वो बहुत टूटा हुआ है…”

ये सिर्फ एक कहानी नहीं है, ये उन अनगिनत सपनों का पतन है जो इस विमान के साथ ज़मीन पर गिर पड़े। हर मुसाफिर के पीछे एक परिवार था, एक भविष्य था, एक वजह थी। और हर वजह अब एक सवाल बन चुकी है — आख़िर क्यों?

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