
Air India के Ahmedabad–London विमान दुर्घटना की सनसनी हाल ही में गुजरात के Ahmedabad में हुई। 12 जून की दोपहर को AI‑171 फ्लाइट टेक‑ऑफ के कुछ ही सेकंड बाद अनियंत्रित होकर BJ Medical College के हॉस्टल में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 की मौत हो गई, और केवल एक यात्री (ब्रिटिश नागरिक) ने चमत्कारिक रूप से बचाव पाया।
दुर्घटनास्थल पर भयंकर विस्फोट और आग लगने से विमान का अधिकांश हिस्सा तबाह हो गया। खाली टैंकों में भरा लगभग 1.25 लाख लीटर एविएशन टर्बाइन ईंधन आग का सबसे बड़ा कारण बना। केवल विमान का पूंछ सेक्शन असंपृक्त रहा, जो हॉस्टल की छत में धँस गया था।
13 जून की शाम तक AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) की टीम ने इस ढांचे से Flight Data Recorder और Cockpit Voice Recorder यानी ‘ब्लैक बॉक्स’ को बरामद कर लिया—जिसमें तकनीकी डेटा और पायलटों की बातचीत रिकॉर्ड होती है। यह बरामदगी दुर्घटना के रहस्योद्घाटन के लिए अहम साबित होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुर्घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा, “श्रद्धांजलि उन सभी के लिए, जो अपने प्रियजन को खो चुके हैं।” साथ ही वह Ahmedabad एयरपोर्ट पर समीक्षा बैठक में भी उपस्थित रहे। विमानन मंत्री राम मोहन नायडु ने X (पूर्व Twitter) पर लिखा कि यह “छह बीस घंटे में ब्लैक बॉक्स की बरामदगी” एक महत्वपूर्ण सफलता है।
जांच में भारत के साथ-साथ अमेरिका (NTSB, FAA) और ब्रिटेन की टीम भी शामिल है। Boeing 787‑8 Dreamliner का यह पहला ऐसा हादसा है। विमान करीब 11‑12 वर्ष पुराना था और अक्सर Mumbai, Delhi, Dubai, Milan, Paris, Amsterdam जैसे मार्गों पर परिचालित होता रहा।
दुर्घटना के बाद ग्रामीण और मेडिकल कॉलेज परिसर में फैले मलबे की सफाई के साथ DNA के जरिए शिनाख्त करने की प्रक्रिया भी तेजी से जारी है। कई छात्रों और हॉस्टल में रह रहे डॉक्टरों के परिजन भी हादसे में शिकार हुए हैं।
Air India के CEO Campbell Wilson और Chief Customer Experience Officer Rajesh Dogra ने मृतकों के परिजनों का सहानुभूतिपूर्वक सेवा केंद्र पर स्वागत किया और स्थिति की गंभीरता को समझा। DGCA ने सभी Boeing 787‑8 और 787‑9 विमानों की सुरक्षा जांचों को कड़ा करने की घोषणा की है।
इस हादसे ने भारतीय विमानन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों, टेक्निकल जांचों और तत्काल बचाव प्रोटोकॉल पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। ‘ब्लैक बॉक्स’ की विश्लेषण रिपोर्ट आने तक कई महत्वपूर्ण फैक्ट सामने आएंगे—जिनका असर भविष्य की उड़ानों की सुरक्षा पर गहरा होगा।