Air India Plane Crash: 241 की मौत, सिर्फ एक चमत्कारी जीवित!

गुरुवार दोपहर एक दर्दनाक हादसे में भारत ने अपने विमानन इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी देखी, जब अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के चंद मिनटों बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार कुल 242 लोगों में से 241 की जान चली गई — सिर्फ एक यात्री बचा, जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया है।

यह हादसा दोपहर 1:38 बजे हुआ जब फ्लाइट AI171 ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से टेकऑफ किया। महज पांच मिनट में विमान ने नियंत्रण खो दिया और बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की मेस पर जा गिरा, जहां उस वक्त करीब 100 छात्र दोपहर का खाना खा रहे थे। हादसे में पांच मेडिकल छात्रों की भी जान गई। प्लेन के टकराते ही जोरदार धमाका हुआ और 1.25 लाख लीटर ईंधन से लबालब भरा विमान आग के गोले में तब्दील हो गया।

एयर इंडिया ने पुष्टि की कि इस हादसे में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक सवार थे। जीवित बचने वाला इकलौता यात्री एक ब्रिटिश नागरिक है जो भारतीय मूल का बताया गया है। उसे सीट नंबर 11A पर बैठा पाया गया और फिलहाल उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

घटना के तुरंत बाद विमान के पायलट ने “मे-डे” कॉल दी — यह कॉल किसी भी विमान की आपात स्थिति में दी जाने वाली अंतिम चेतावनी मानी जाती है। लेकिन इसके बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल को कोई जवाब नहीं मिला। रिपोर्ट के मुताबिक, हादसे के वक्त विमान केवल 825 फीट की ऊंचाई पर था, यानी वह ज़मीन से महज कुछ सेकंड की दूरी पर था।

विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि टेकऑफ के समय ही कोई गंभीर तकनीकी खराबी सामने आई, जिसके कारण विमान उड़ान भरने में पूरी तरह असफल रहा। विमान को कमांड कर रहे कैप्टन सुमीत सभरवाल के पास 8200 घंटों की उड़ान का अनुभव था, जबकि उनके साथ पहले अधिकारी क्लाइव कुंदर के पास 1100 घंटे की उड़ान का अनुभव था।

घटनास्थल से जो दृश्य सामने आए वो किसी भयावह सपने से कम नहीं थे — जली हुई मलबे की तस्वीरें, घायल छात्रों की चीखें और आग की ऊंची लपटें पूरे इलाके को दहशत में डाल रही थीं। राहत और बचाव के लिए 24 से अधिक एम्बुलेंस मौके पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। ट्रैफिक को तुरंत डायवर्ट कर दिया गया।

एयर इंडिया ने मृतकों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है और जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग देने की बात कही है। कंपनी के मुताबिक, “हमारी प्राथमिकता अब केवल प्रभावित परिवारों को सहायता पहुंचाना है। हमारी टीम अहमदाबाद में तैनात है और हर मुमकिन मदद कर रही है।”

इस बीच, गृह मंत्री अमित शाह ने अस्पताल में जाकर एकमात्र बचे यात्री से मुलाकात की और इस भयावह हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा, “तेल की भारी मात्रा और विस्फोट से बनी ऊष्मा ने किसी को भी बचने का मौका नहीं दिया।”

पूर्व गुजरात मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस फ्लाइट में सवार थे और हादसे में उनकी भी जान चली गई, जिससे गुजरात में शोक की लहर दौड़ गई है।

DGCA और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने इस हादसे की जांच शुरू कर दी है। यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी विफलता नहीं, बल्कि कई जिंदगियों को निगल लेने वाली चूक भी बन गया है।

Most Read

Last Week