भारत का 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान AMCA: रक्षा मंत्री ने मॉडल को दी मंजूरी

नई दिल्ली: भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश के पहले पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान (5th Generation Fighter Jet) Advanced Medium Combat Aircraft (AMCA) परियोजना के एक्जीक्यूशन मॉडल को मंजूरी दे दी है। इस विमान का निर्माण Aeronautical Development Agency (ADA) की अगुवाई में सरकारी और निजी क्षेत्र के साझेदारों के साथ किया जाएगा।

क्या है AMCA प्रोजेक्ट?

AMCA एक मध्यम भार वर्ग का दो इंजन वाला बहु-भूमिका वाला लड़ाकू विमान है, जिसका वजन लगभग 25 टन होगा। इसमें अत्याधुनिक स्टील्थ तकनीक, आंतरिक हथियार भंडारण, स्मार्ट हथियारों की तैनाती, और डेटा फ्यूज़न युक्त आधुनिक सेंसर जैसी विशेषताएं होंगी। यह परियोजना भारतीय वायुसेना (IAF) की दीर्घकालिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार की जा रही है।

2028 तक पहला प्रोटोटाइप, 2034 में होगा शामिल

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, AMCA का डिज़ाइन तैयार है, और पहला प्रोटोटाइप 2028-29 तक रोल आउट किया जाएगा। इसका उत्पादन 2032-33 से शुरू होने की संभावना है और वायुसेना में 2034 तक शामिल किए जाने का लक्ष्य है।

दो चरणों में होगा विकास

  1. AMCA Mk1: इसमें अमेरिका का General Electric F-414 इंजन लगाया जाएगा।
  2. AMCA Mk2: इसमें एक और अधिक शक्तिशाली इंजन लगाया जाएगा, जिसके लिए फ्रांस की कंपनी Safran के साथ संयुक्त विकास की योजना है।

15,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत

कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने मार्च 2024 में इस परियोजना को लगभग ₹15,000 करोड़ रुपये के शुरुआती बजट के साथ मंजूरी दी थी। इस विमान का उत्पादन HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) की अगुवाई में किया जाएगा जिसमें निजी क्षेत्र की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

निजी और सार्वजनिक क्षेत्र को समान अवसर

एक्जीक्यूशन मॉडल के तहत, परियोजना में भाग लेने के लिए निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों को प्रतिस्पर्धात्मक आधार पर समान अवसर दिया गया है। कंपनियां स्वतंत्र रूप से, संयुक्त उद्यम (JV) या कंसोर्टियम के रूप में हिस्सा ले सकती हैं, बशर्ते वे भारतीय कानूनों के अनुरूप हों।

चीन से बढ़ती चुनौती के बीच रणनीतिक अहमियत

AMCA परियोजना की गति इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि चीन पहले ही J-20 और J-35 जैसे पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट तैयार कर चुका है और J-35 की 40 यूनिट पाकिस्तान को देने की तैयारी में है। ऐसे में भारतीय वायुसेना के लिए तकनीकी बढ़त बनाए रखना आवश्यक है।

AMCA की प्रमुख विशेषताएं:

  • स्टील्थ डिजाइन और डाइवरटरलेस सुपरसोनिक इंटेक (भारत में पहली बार विकसित)
  • 1,500 किग्रा आंतरिक हथियार क्षमता और 5,500 किग्रा बाहरी हथियार क्षमता
  • 6,500 किग्रा ईंधन भंडारण क्षमता
  • स्विंग-रोल, क्लोज कॉम्बैट और प्रिसीजन स्ट्राइक की क्षमताएं

IAF के लिए भविष्य का मेरुदंड

LCA तेजस जैसे स्वदेशी लड़ाकू विमान ने भारत को आत्मनिर्भरता की राह पर मजबूती दी है, लेकिन AMCA भविष्य में IAF की रीढ़ बनने वाला है। इससे भारत का रक्षा विनिर्माण क्षेत्र न सिर्फ सशक्त होगा बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी भी बनेगा।

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