BSF का पलटवार तैयार! ऑपरेशन सिंदूर के जख्मी जवान फिर मोर्चे पर

भारत-पाक सीमा पर एक बार फिर हालात गरमा गए हैं, लेकिन इस बार तस्वीर कुछ और ही है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलीबारी में घायल हुए सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान अब वापस ड्यूटी पर लौट चुके हैं—और लौटे हैं दो गुना हौसले और तीन गुना ताक़त के साथ।

बीएसएफ के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) प्रभाकर जोशी ने शनिवार को जानकारी दी कि ऑपरेशन सिंदूर को एक महीना से ज़्यादा समय बीत चुका है, और इस दौरान घायल हुए जवान अब स्वस्थ होकर अपने पोस्ट पर डट चुके हैं। उन्होंने दो टूक कहा, “अगर पाकिस्तान ने फिर से कोई हरकत की, तो इस बार जवाब इतना ज़ोरदार होगा कि वह पीढ़ियों तक नहीं भूलेगा।”

ऑपरेशन सिंदूर, जो कि 7 से 10 मई के बीच चला, उसमें बीएसएफ ने पाकिस्तान की ओर से की गई भारी गोलीबारी का मुँहतोड़ जवाब दिया था। जोशी ने बताया कि इस जवाब से पाकिस्तान बुरी तरह हिल गया था, और अब हमारे जवान फिर से उसी मोर्चे पर, पहले से कहीं ज़्यादा तैयार हैं। “भारत कम बोलता है, लेकिन जब बोलता है तो दुनिया सुनती है,” उन्होंने कहा।

बीएसएफ के सब-इंस्पेक्टर व्यास देव, जिन्होंने एक पैर में गंभीर चोट झेली, आज भी सीमा पर लौटने को तैयार हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “हमने अपने दो साथियों को खोया है, लेकिन हमारा हौसला नहीं टूटा। अगर दुश्मन फिर उलझेगा, तो इस बार हमारी तरफ से जवाब आखिरी होगा।”

रायबरेली के सिपाही भूपेंद्र वाजपेयी भी घायल होने के बावजूद एक बार फिर ड्यूटी पर लौट चुके हैं। उन्होंने कहा, “ड्रोन हमले में घायल हुआ, लेकिन अब फिर से तैयार हूँ। इस बार ना सिर्फ़ रोकेंगे, बल्कि दुश्मन की ज़मीन पर तिरंगा फहराएंगे।”

बीएसएफ ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी पोस्ट छोड़ी नहीं गई है। सरहद के इस पार ही नहीं, बल्कि बाड़ के उस पार भी चौकियां पहले की तरह मजबूती से तैनात हैं। सतर्कता के साथ गश्त चल रही है और हर चौकी पर जवान चौकस हैं। जोशी ने देश को भरोसा दिलाया, “जब तक बीएसएफ है, देश सुरक्षित है। चिंता की कोई बात नहीं है।”

देश की सुरक्षा को लेकर जवानों की यह निष्ठा और हिम्मत इस बात का संकेत है कि भारत अब किसी भी साजिश का जवाब सिर्फ़ शब्दों से नहीं, बल्कि करारे एक्शन से देगा। और इस बार, जवाब ऐसा होगा जिसे पाकिस्तान आने वाली पीढ़ियों तक भूलेगा नहीं।

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