
लोकसभा चुनावी सरगर्मी के बीच सियासी मोर्चे पर एक और बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय और रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्णब गोस्वामी के खिलाफ पुलिस में गंभीर आपराधिक मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि दोनों ने जानबूझकर झूठी और भ्रामक सूचना फैलाई कि “तुर्की के इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का दफ्तर” बताया गया।
🧾 शिकायत में क्या कहा गया?
कांग्रेस की युवा इकाई के विधिक प्रमुख श्रीकांत स्वरूप द्वारा दर्ज FIR में कहा गया है कि:
“यह एक सोची-समझी साजिश है, जिसका उद्देश्य भारतीय जनता को भ्रमित करना, कांग्रेस जैसी प्रमुख राजनीतिक संस्था की छवि खराब करना, राष्ट्रवाद की भावना से खेलना और लोकतांत्रिक संस्थाओं की जड़ें कमजोर करना है।”
शिकायत में दोनों आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने, लोकतांत्रिक ढांचे पर हमले, और सामूहिक असंतोष भड़काने की कोशिश जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
🪖 तुर्की को लेकर जन भावना पहले से भड़की हुई
गौरतलब है कि हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्की द्वारा पाकिस्तान के समर्थन के बाद भारत में तुर्की के खिलाफ माहौल बेहद संवेदनशील बना हुआ है।
- कई यात्राएं रद्द हो चुकी हैं,
- भारतीय विश्वविद्यालयों ने तुर्की संस्थानों से साझेदारी खत्म कर दी है,
- और भारतीय बाजार में कार्यरत तुर्की कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।
ऐसे माहौल में “इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर को INC का दफ्तर बताना” जानबूझकर किया गया भ्रामक प्रचार बताया गया है।
📃 कानूनी धाराएं और कार्रवाई
FIR में आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 192 (दंगा भड़काने की मंशा से उकसाना) और धारा 352 (जानबूझकर अपमान करना जिससे शांति भंग हो) के तहत गैर-जमानती केस दर्ज किया गया है।
“ये केवल नैतिक चूक नहीं, बल्कि लोकतंत्र और राष्ट्रीय सुरक्षा पर किया गया सोचा-समझा हमला है।”
कांग्रेस ने प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, CBI, और अन्य एजेंसियों से इस मामले को ‘राष्ट्रीय आपात स्थिति’ के रूप में लेने की मांग की है।
🗣️ कांग्रेस का दो टूक संदेश
कांग्रेस लीगल सेल की तरफ से X (पूर्व ट्विटर) पर कहा गया:
“हम चुप नहीं बैठेंगे। पार्टी या उसके नेताओं के खिलाफ झूठी खबर फैलाने की हर कोशिश का कानूनी और राजनीतिक जवाब दिया जाएगा।”
पार्टी ने यह भी जोड़ा कि यह हमला सिर्फ कांग्रेस पर नहीं, बल्कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के संवैधानिक पद पर भी सीधा हमला है।
📺 मीडिया और राजनीति – एक खतरनाक गठजोड़?
कांग्रेस की शिकायत में साफ तौर पर कहा गया है कि:
“अमित मालवीय जैसे रणनीतिक पद पर बैठे नेता और अर्णब गोस्वामी जैसे प्रमुख मीडिया व्यक्ति ने अपनी स्थिति का दुरुपयोग किया है, जिससे सच, सार्वजनिक सुरक्षा और राष्ट्रीय हित को ठेस पहुंची है।”