
मेघालय की वादियों में घूमने आए एक नवविवाहित जोड़े की कहानी जब एक दिल दहला देने वाले अपराध में बदल गई, तो पुलिस के हाथ एक छोटा-सा सुराग लगा—एक मंगलसूत्र और एक अंगूठी। यही दो चीजें थीं जिन्होंने पूरे हनीमून मर्डर केस की गुत्थी सुलझा दी।
राजा रघुवंशी (29) और सोनम (25) की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। 20 मई को दोनों अपने हनीमून के लिए मेघालय पहुँचे, लेकिन 23 मई को अचानक गायब हो गए। शुरुआत में सब कुछ एक सामान्य ट्रैवल प्लान की तरह दिख रहा था—नॉन्गरियात गांव के डबल डेकर रूट ब्रिज की ट्रेकिंग, होमस्टे में रात बिताना और फिर अगली सुबह वेसाडॉन्ग फॉल्स की तरफ निकल जाना।
लेकिन कहानी ने करवट तब ली जब 2 जून को राजा की लाश एक गहरी खाई में मिली। और फिर 9 जून को सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर में खुद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उसके साथ गिरफ्तार हुए उसके प्रेमी राज कुशवाहा और तीन सुपारी किलर—जो इस पूरे कत्ल की प्लानिंग और अंजाम देने में शामिल थे।
मेघालय पुलिस के डीजीपी आई नोंग्रांग के अनुसार, केस का पहला अहम सुराग तब मिला जब सोनम द्वारा छोड़े गए सूटकेस में से मंगलसूत्र और अंगूठी बरामद हुई। “एक शादीशुदा महिला का अपने सुहाग चिन्हों को छोड़ जाना हमें उसकी तरफ शक की दिशा में ले गया,” उन्होंने बताया।
पुलिस की जांच में सामने आया कि 22 मई को सोनम और राजा बिना किसी बुकिंग के सोहरा के एक होमस्टे पहुँचे। चूंकि वहाँ कमरे उपलब्ध नहीं थे, उन्होंने सूटकेस वहीं छोड़ दिया और 3000 सीढ़ियों का ट्रेक करके नॉन्गरियात गांव पहुँचे। वहां एक रात बिताने के बाद 23 मई को वे फिर सोहरा लौटे, स्कूटर उठाया और वेसाडॉन्ग फॉल्स की तरफ बढ़ गए।
यही वह जगह थी जहाँ राजा की हत्या की गई—सोनम की आँखों के सामने, उन्हीं तीन हत्यारों के द्वारा जिन्हें उसी ने और उसके प्रेमी ने सुपारी देकर बुलाया था। एक स्थानीय गाइड ने बाद में पुष्टि की कि उसने इस जोड़े को तीन हिंदी बोलने वाले युवकों के साथ देखा था। यह बयान भी जांच में एक बड़ा मोड़ साबित हुआ।
अब तक की पूछताछ में सभी पांच आरोपी—सोनम, राज और तीन शूटर—ने अपराध कबूल कर लिया है। पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं और केस मजिस्ट्रेट कोर्ट में है, जहाँ पांचों को आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
यह मामला न सिर्फ एक प्रेम-त्रिकोण की खौफनाक परिणति है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि रिश्तों की आड़ में छिपे इरादे कितने खतरनाक हो सकते हैं। एक मंगलसूत्र ने जिस साज़िश को उजागर किया, वह पुलिस की सतर्कता और जांच की बारीकी को भी सलाम करने योग्य बना देता है।