
आज के तेज़-तर्रार कॉर्पोरेट माहौल में जहां डेडलाइन, मीटिंग और वर्क-लाइफ बैलेंस की चुनौतियाँ कर्मचारियों को थका देती हैं, हैदराबाद के एक स्टार्टअप ने एक अनोखा और दिल को छू लेने वाला कदम उठाया है। इस IT स्टार्टअप ने कर्मचारियों की खुशी और तनाव कम करने के लिए एक गोल्डन रिट्रीवर कुत्ते को Chief Happiness Officer (CHO) नियुक्त किया है — और उसका नाम है Denver।
Harvesting Robotics, जो कृषि क्षेत्र में लेज़र-वीडिंग तकनीक पर काम करता है, ने अपने सह-संस्थापक राहुल अरेपाका के ज़रिए डेनवर की नियुक्ति की जानकारी एक वायरल लिंक्डइन पोस्ट में दी।
“वो कोड नहीं करता। उसे फर्क नहीं पड़ता। वो बस आता है, दिल जीत लेता है और ऑफिस का माहौल खुशनुमा बना देता है,” – राहुल की पोस्ट में लिखा गया।
पोस्ट के वायरल होते ही इंटरनेट पर तारीफों की बाढ़ आ गई। 12,000 से अधिक लाइक्स और सैकड़ों कमेंट्स में लोगों ने कंपनी की pet-friendly पॉलिसी की जमकर सराहना की।

डेनवर का ‘वर्क प्रोफाइल’ भी कमाल का है
डेनवर के नाम से बना लिंक्डइन प्रोफाइल भी चर्चा में है, जिसमें उसकी जिम्मेदारियां कुछ इस तरह बताई गई हैं:
- टीम के मूड पर नजर रखना और ज़रूरत पड़ने पर प्यार की ‘भौंक’ जारी करना
- मीटिंग्स में भाग लेना (खासतौर पर जहाँ स्नैक्स हों)
- स्पॉनटेनियस प्ले ब्रेक्स से प्रोडक्टिविटी बढ़ाना
- ऑफिस में आए मेहमानों और नए कर्मचारियों का गर्मजोशी से स्वागत करना
सिर्फ मज़ाक नहीं, मानसिक स्वास्थ्य की गंभीर सोच
डेनवर की नियुक्ति महज़ एक PR स्टंट नहीं है, बल्कि यह एक गहरी सोच से जुड़ा कदम है। महामारी के बाद जिस तरह वर्कप्लेस बर्नआउट और मेंटल हेल्थ को लेकर जागरूकता बढ़ी है, यह पहल दर्शाती है कि कंपनियाँ अब सिर्फ उत्पादकता नहीं, बल्कि कर्मचारियों की भावनात्मक भलाई को भी महत्व दे रही हैं।
पालतू जानवरों के फायदे:
TOI की एक रिपोर्ट के अनुसार, ऑफिस में पालतू जानवरों की मौजूदगी से:
- तनाव कम होता है, क्योंकि कॉर्टिसोल लेवल घटता है
- टीम का मनोबल बढ़ता है
- उत्पादकता में सुधार होता है
- सहकर्मियों के बीच बातचीत बढ़ती है
- वर्क-लाइफ बैलेंस बेहतर होता है
गूगल और अमेज़न जैसी बड़ी कंपनियां पहले से ही पालतू-मैत्री पॉलिसी अपना चुकी हैं। अब भारतीय स्टार्टअप भी इस दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।

