
पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारतीय वायुसेना (IAF) ने बुधवार रात राजस्थान की सीमाओं पर एक बड़ा युद्धाभ्यास शुरू किया है। यह अभ्यास ना केवल भारत की तैयारियों का प्रतीक है, बल्कि एक स्पष्ट संदेश भी — “हम हर परिस्थिति के लिए तैयार हैं।”
राफेल, सुखोई, मिराज मैदान में
इस ड्रिल में भारत के सभी प्रमुख फाइटर जेट्स — राफेल, सुखोई-30 MKI और मिराज 2000 — शामिल हैं। इनके साथ-साथ AEW&C (एयरबोर्न वॉर्निंग सिस्टम), IL-78 रिफ्यूलर टैंकर, ड्रोन और हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं।
ड्रिल की अवधि:
➡️ शुरू: 7 मई रात 9 बजे
➡️ समाप्ति: 9 मई सुबह 3 बजे
रणनीति या संदेश?
हालाँकि IAF ने इसे “पूर्व-नियोजित रूटीन ट्रेनिंग” कहा है, लेकिन समय और स्थान साफ़ तौर पर बताते हैं कि यह अभ्यास एक रणनीतिक जवाब है — खासकर ऐसे समय जब पाकिस्तान ने भी अपने ‘इंडस एक्सरसाइज़’ के तहत मिसाइल परीक्षण किए हैं।
उड़ानों पर असर
सीमा के पास मौजूद एयरपोर्ट्स से उड़ानों को अस्थायी रूप से स्थगित किया गया है। एयरस्पेस को सीमित कर दिया गया है ताकि अभ्यास में कोई रुकावट न आए।
Pahalgam हमले के बाद की स्थिति
पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की जान जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है।
भारत ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और POK में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। उसके तुरंत बाद नौसेना ने अरब सागर में शक्तिप्रदर्शन किया। अब वायुसेना की यह कवायद दिखाती है कि भारत तीनों मोर्चों — थल, जल और वायु — पर सक्रिय है।
सीमा पर भी हलचल
इसी दौरान, पाकिस्तान और भारतीय सेनाएं लगातार 12वीं रात LoC पर फायरिंग में लिप्त रही हैं। सोमवार रात भी कुपवाड़ा, राजौरी, मेंढर और सुंदरबनी जैसे क्षेत्रों में गोलीबारी हुई, जिसका भारत ने “प्रमाणिक और संतुलित” जवाब दिया।
प्रधानमंत्री की बैठकें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 अप्रैल को शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्होंने सेनाओं को “पूर्ण ऑपरेशनल स्वतंत्रता” देने की बात कही थी — लक्ष्य, तरीका और समय तय करने की पूरी छूट।

