ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी, वायुसेना ने कहा – आतंक के खिलाफ सटीक कार्रवाई

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना (IAF) ने रविवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी जारी है और इसकी विस्तृत जानकारी समय आने पर साझा की जाएगी। यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और पाकिस्तान ने संघर्षविराम की घोषणा की थी, लेकिन कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने भारी गोलाबारी कर दी और ड्रोन गतिविधियां फिर शुरू हो गईं।

IAF ने अपने एक्स (X) हैंडल पर कहा, “भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर में सौंपे गए कार्यों को सटीकता और पेशेवर तरीके से सफलतापूर्वक पूरा किया। यह अभियान राष्ट्रहित के उद्देश्यों के अनुरूप योजनाबद्ध और गोपनीय तरीके से किया गया।”

IAF ने अफवाहों से बचने और असत्यापित जानकारी साझा न करने की अपील की है।

यह अभियान 7 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा किए गए कायराना हमले के जवाब में शुरू किया गया था। इसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के अंदर स्थित आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया।

सूत्रों के मुताबिक, 6-7 मई की रात भारतीय वायुसेना ने नौ आतंकी शिविरों को सटीक एयरस्ट्राइक से तबाह किया। हमलों में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का भी उपयोग किया गया, जिसकी पुष्टि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में की।

हालांकि अमेरिका की मध्यस्थता में घोषित संघर्षविराम कुछ ही घंटों में टूट गया, जब पाकिस्तान ने जम्मू के राजौरी सेक्टर और श्रीनगर में भारी गोलाबारी की। शनिवार शाम श्रीनगर और बारामूला में धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर लिखा, “श्रीनगर में ये धमाके क्या थे?”

रक्षा सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली को फिर से सक्रिय कर दिया गया है और अब तक चार ड्रोन मार गिराए गए हैं। इनमें से कई ड्रोन आर्मी मुख्यालय के पास देखे गए थे।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शनिवार रात कहा कि पाकिस्तान द्वारा बार-बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया है, और भारत की सेना को इस पर “कड़ा और उपयुक्त जवाब देने” का निर्देश दिया गया है।

इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार दोपहर को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए।

Most Read

Last Week