भारत-पाकिस्तान तनाव: ड्रोन हमलों का जवाब, इंडिया ने पाकिस्तान के एयरबेस को निशाना बनाया

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आज सुबह की शुरुआत ही भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की खबरों से हुई है। बीती रात, पाकिस्तान की तरफ से बड़े पैमाने पर हुए ड्रोन हमलों और गोलाबारी के जवाब में, भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेस को निशाना बनाया है।

रक्षा सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, इंडिया ने पाकिस्तान के तीन मुख्य एयरबेस – रावलपिंडी के पास नूर खान (Nur Khan), चकवाल (Chakwal) में मुरीद (Murid), और झांग (Jhang) जिले में रफीकी (Rafiqui) – को अपने हमले में शामिल किया। हालाँकि, कुछ सूत्रों ने चार एयरबेस को निशाना बनाने की बात भी कही है। यह कार्रवाई पाकिस्तान सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी द्वारा सुबह दी गई उस जानकारी के कुछ ही घंटों बाद सामने आई है जिसमें उन्होंने भारतीय हमले में इन एयरबेस के प्रभावित होने का दावा किया था।  

दरअसल, पिछले कुछ दिनों से सीमा पार से लगातार उकसावे की कार्रवाई देखी जा रही थी। इंडिया ने बताया कि शुक्रवार रात तक जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में 26 जगहों पर पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए और उन्हें रोका गया। पंजाब के फिरोजपुर में तो एक ड्रोन हमले में तीन नागरिक घायल भी हुए। इसके अलावा, शुक्रवार रात को भी पाकिस्तानी सेना ने भारत के कई शहरों और सुरक्षा ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी।

पाकिस्तान की तरफ से 7 और 8 मई की रात को भी बड़े पैमाने पर भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया गया था। करीब 300 से 400 ड्रोन को 36 जगहों पर घुसपैठ कराने की कोशिश की गई थी, जिनका मकसद भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम की टेस्टिंग और खुफिया जानकारी जुटाना हो सकता था। भारतीय सशस्त्र बलों ने इनमें से कई ड्रोन को मार गिराया था। इसके साथ ही, नियंत्रण रेखा (LoC) पर भी भारी कैलिबर हथियारों से फायरिंग की गई।

भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भी पाकिस्तान की इन हरकतों का माकूल जवाब दिया है। बीएसएफ ने जम्मू सेक्टर में अपनी पोस्ट पर हुई बिना उकसावे की फायरिंग का जवाब देते हुए पाकिस्तानी रेंजर्स की पोस्ट और संपत्ति को काफी नुकसान पहुँचाया है। बीएसएफ जम्मू ने सियालकोट के लूणी (Looni) इलाके में मौजूद एक आतंकवादी लॉन्च पैड को पूरी तरह से नष्ट करने का भी दावा किया है। इससे पहले बुधवार को भी इंडिया ने 22 अप्रैल को पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले (जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी) के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे।

इस बढ़ते तनाव के बीच, जम्मू और कश्मीर के कई शहरों, जैसे श्रीनगर, जम्मू, राजौरी और उधमपुर में शनिवार सुबह तेज धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं। राजौरी में तो पाकिस्तानी गोलाबारी में एडिशनल डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट कमिश्नर (ADDC) राजकुमार थापा की दुखद मृत्यु हो गई। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना पर दुख जताया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तनाव कम करने की अपील पर भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जब IMF पाकिस्तान को उसके द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे गोला-बारूद के लिए एक तरह से भुगतान कर रहा हो, तब अंतरराष्ट्रीय समुदाय कैसे तनाव कम होने की उम्मीद कर सकता है। हरियाणा के सिरसा में भी शुक्रवार रात एक पाकिस्तानी मिसाइल को भारतीय बलों ने इंटरसेप्ट किया, जिसके मलबे मिले हैं।

इस सैन्य तनाव का असर हवाई यातायात पर भी पड़ा है। पाकिस्तान ने शनिवार सुबह 3:15 से दोपहर 12:00 बजे तक अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। वहीं, भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों के 32 हवाई अड्डों को 15 मई तक सिविलियन फ्लाइट ऑपरेशन के लिए बंद रखने की घोषणा की है।  

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस स्थिति पर चिंता जताई है। G7 देशों ने दोनों देशों से अधिकतम संयम बरतने और सीधे बातचीत करने का आग्रह किया है। उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की भी निंदा की है। उनका ओपिनियन है कि आगे कोई भी सैन्य वृद्धि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है।

मौजूदा हालात बेहद संवेदनशील बने हुए हैं। पाकिस्तान की तरफ से जवाबी कार्रवाई की उम्मीद भी जताई जा रही है। यह देखना होगा कि दोनों देश इस तनाव को कम करने के लिए क्या कदम उठाते हैं।

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