भारत: पाक सेना फॉरवर्ड एरिया में, इंडिया ने 6 एयरबेस पर किया हमला

india foreign official vikram

भारत और पाकिस्तान के बीच इस वक्त सीमा पर तनाव का माहौल बेहद गंभीर हो गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान ने अपनी सेना की टुकड़ियों को सीमा के अग्रिम या ‘फॉरवर्ड एरिया’ (forward areas) में भेजना शुरू कर दिया है। भारतीय अधिकारियों ने इसे 1999 के कारगिल युद्ध के बाद पहली बार इस पैमाने पर सेना की तैनाती बताते हुए ‘ऑफेंसिव इंटेंट’ (offensive intent) यानी हमले के इरादे का संकेत माना है। इस घटनाक्रम ने स्थिति की गंभीरता को और बढ़ा दिया है।

भारतीय अधिकारियों ने शनिवार को दिल्ली में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बताया कि पाकिस्तान की तरफ से पिछले कुछ दिनों में लगातार उकसावे की कार्रवाई की जा रही है। पाकिस्तान ने भारत के 26 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया है। शनिवार तड़के पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन बुनयान उल मरसूस’ (Operation Bunyan Ul Marsoos) नाम से एक ऑपरेशन शुरू किया, जिसका अर्थ ‘अभेद्य दीवार’ बताया गया है। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में सैन्य ठिकानों और नागरिक इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हमले किए। इसके लिए ड्रोन, लंबी दूरी के हथियारों, ‘लोइटरिंग मुनिशन्स’ (loitering munitions) और यहां तक कि फाइटर जेट्स का भी इस्तेमाल किया गया। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान ने एक ‘हाई-स्पीड मिसाइल’ से पंजाब के एयरबेस को निशाना बनाने की कोशिश की थी, जिसे भारत ने सिरसा के पास इंटरसेप्ट कर लिया। चिंताजनक रूप से, पाकिस्तान ने एयरबेस पर स्थित अस्पतालों और स्कूलों जैसी नागरिक सुविधाओं को भी निशाना बनाया।

भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने जोर देकर कहा है कि पाकिस्तान के हमलों से भारत के सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को कोई नुकसान नहीं पहुँचा है। हालांकि, पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने भारत के कुछ एयरफोर्स बेस पर नुकसान पहुँचाया है, जिनमें उधमपुर, भुज, पठानकोट और बठिंडा शामिल हैं। पाकिस्तान सोशल मीडिया पर भी एक दुर्भावनापूर्ण ‘मिसइंफॉर्मेशन कैंपेन’ (malicious misinformation campaign) चला रहा है, जिसमें भारतीय S-400 सिस्टम, एयरफील्ड्स और अन्य सैन्य संपत्तियों को नष्ट करने के झूठे दावे किए जा रहे हैं। भारत इन सभी झूठे दावों को सिरे से खारिज करता है।

पाकिस्तान की इन लगातार उकसावे की कार्रवाईयों के जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘प्यूनिटिव एक्शन’ (punitive action) के तौर पर पाकिस्तान के कई ठिकानों पर ‘प्रिसिजन स्ट्राइक’ (precision strike) की हैं। भारत ने पाकिस्तान के छह एयरबेस को निशाना बनाया है, जिनमें रफीकी (Rafiqui), मुरीद (Murid), चक लाला (Chaklala), रहीम यार खान (Rahim Yar Khan), सुक्कुर (Sukkur) और चुनियां (Chunian) शामिल हैं। इन हमलों में सटीक गोला-बारूद और फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया गया ताकि ‘कोलैटरल डैमेज’ (collateral damage) कम से कम हो। पसरूर (Pasrur) में एक रडार साइट और सियालकोट (Sialkot) में एक एविएशन बेस को भी टारगेट किया गया। यह कार्रवाई भारत द्वारा पाकिस्तान की चार एयर डिफेंस साइट्स पर आर्म्ड ड्रोन से किए गए हमले और एक रडार को नष्ट करने के बाद हुई है।

भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान की हरकतें ही तनाव और उकसावे को बढ़ा रही हैं, जबकि भारत की प्रतिक्रिया जिम्मेदारी भरी और नपी-तुली रही है। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा भारत के शहरों या धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने और फिर भारत पर ही दोष मढ़ने के दावों को ‘डेरेंज्ड फैंटेसी’ (deranged fantasy) और दुष्प्रचार बताया।

यह सब 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से चल रहे घटनाक्रम का हिस्सा है, जिसके जवाब में भारत ने बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। पाकिस्तान ने 7 और 8 मई की रात को भी बड़े पैमाने पर (करीब 300-400 ड्रोन के साथ) भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया था, जिसका मकसद एयर डिफेंस सिस्टम की टेस्टिंग और जानकारी जुटाना हो सकता था।

सीमा पर क्रॉस-बॉर्डर फायरिंग और गोलाबारी अभी भी जारी है, जिसमें दोनों तरफ नागरिक हताहत हुए हैं। जम्मू सेक्टर में 9 मई की रात पाकिस्तान द्वारा उकसावे वाली फायरिंग के जवाब में BSF ने भी जोरदार पलटवार किया और पाकिस्तानी रेंजर्स की पोस्ट को नुकसान पहुँचाया। BSF ने सियालकोट के लूणी (Looni) इलाके में मौजूद एक आतंकवादी लॉन्च पैड को भी पूरी तरह नष्ट कर दिया है।

भारतीय सशस्त्र बल इस वक्त ‘हाई स्टेट ऑफ ऑपरेशनल रेडीनेस’ पर हैं। भारत ने दोहराया है कि वह तनाव कम करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन यह तभी संभव है जब पाकिस्तान भी इसी तरह की प्रतिक्रिया दे। अधिकारियों ने एक बार फिर पाकिस्तान द्वारा सिविलियन एयरलाइंस को ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने की गैर-जिम्मेदाराना हरकत पर चिंता जताई है, जैसा कि पहले के हमलों में देखा गया था।

भारत सरकार उच्च स्तर पर स्थिति की समीक्षा कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं, और गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा का जायजा लिया है। विदेश मंत्री और विदेशों में भारतीय राजदूत भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने भारत का पक्ष रख रहे हैं।

कुल मिलाकर, सैन्य हलचल, जोरदार हमले और जवाबी कार्रवाई, और दोनों तरफ से जारी दावों के बीच, भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव का स्तर खतरनाक बना हुआ है।

Most Read

Last Week