
भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में एक बार फिर ज़हरीली तल्ख़ी घुल चुकी है। बीते कुछ दिनों में जो घटनाएं सामने आई हैं, उन्होंने दोनों देशों के बीच का तनाव करीब तीन दशक बाद एक बार फिर युद्ध जैसे हालात तक पहुंचा दिया है।
जहां एक ओर पाकिस्तान ने भारतीय वायुसीमा में सैकड़ों ड्रोन भेजकर उकसावे की कोशिश की, वहीं दूसरी ओर भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सीमापार जाकर सटीक हमले किए। इन हमलों में पाकिस्तान की आतंकी ढांचों को निशाना बनाया गया, जो कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के प्रतिशोध में था, जिसमें 26 बेगुनाह लोगों की जान गई थी।
प्रधानमंत्री मोदी की सैन्य रणनीति पर फोकस
हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लगातार दूसरी बार थलसेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुखों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। ये मुलाकात सिर्फ एक सामान्य बैठक नहीं थी—बल्कि यह संदेश था कि भारत किसी भी खतरे के लिए पूरी तरह तैयार है।
इसी दिन प्रधानमंत्री ने पूर्व सैन्य प्रमुखों और अनुभवी दिग्गजों से भी विस्तार से बातचीत की। वायुसेना, थलसेना और नौसेना के पूर्व प्रमुखों ने मौजूदा हालात पर अपनी राय साझा की और रणनीतिक सुझाव दिए। यह बैठक देश की सुरक्षा नीतियों में पुराने अनुभव और नए दृष्टिकोण को एक साथ जोड़ने की दिशा में अहम कदम मानी जा रही है।
पहाड़ों में गिरा “रॉकेट जैसा” धातु का टुकड़ा
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के करियाल गांव में शुक्रवार को उस समय सनसनी फैल गई जब गांव के बीचोंबीच एक जलता हुआ रॉकेट जैसा धातु का टुकड़ा गिरा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह टुकड़ा रात 8 बजे के करीब पठानकोट की ओर से उड़ता हुआ आया और सड़क पर गिरने के बाद करीब 10 इंच का गड्ढा बना गया। इस टुकड़े को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। विशेषज्ञ इसे सीमा पार से आया संभावित मिसाइल या ड्रोन का हिस्सा मान रहे हैं।
पाकिस्तान की ड्रोन चाल: 36 ठिकानों पर 400 ड्रोन
भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को जानकारी दी कि पाकिस्तान ने बीते 24 घंटों में लगभग 300 से 400 ड्रोन भारत के विभिन्न सैन्य ठिकानों की ओर भेजे। ये ड्रोन लद्दाख के लेह से लेकर गुजरात के सायर क्रीक तक के 36 लोकेशन्स पर भेजे गए थे। हालांकि, भारतीय सेना की सतर्कता के चलते इन ड्रोनों का बड़ा हिस्सा मार गिराया गया। इनमें एक हथियारबंद ड्रोन बठिंडा के सैन्य स्टेशन को निशाना बनाने की कोशिश में था, लेकिन उसे समय रहते निष्क्रिय कर दिया गया।
Wing Commander व्योमिका सिंह ने बताया कि भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के चार एयर डिफेंस साइट्स पर हथियारबंद ड्रोन तैनात किए, जिसमें एक रडार सिस्टम पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।
भारत की एयर डिफेंस तैयार
रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि पाकिस्तान की ओर से कई मिसाइलें और ड्रोन भारतीय एयरस्पेस में दाखिल हुए थे, जिनका मुकाबला करने के लिए भारत ने अपनी एयर डिफेंस पूरी तरह सक्रिय कर दी। इसमें S-400 ट्रायंफ सिस्टम, बराक-8, DRDO की एंटी-ड्रोन तकनीक और आकाश मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल किया गया।

