
भारत और अमेरिका के बीच बहुप्रतीक्षित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) को लेकर वार्ताएं अब निर्णायक मोड़ पर हैं। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को वॉशिंगटन में अमेरिकी वाणिज्य सचिव हावर्ड लुटनिक से मुलाकात की। यह इस सप्ताह दोनों नेताओं के बीच दूसरी बैठक थी, जिसका उद्देश्य प्रस्तावित व्यापार समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देना है।
गोयल ने सोशल मीडिया पर लिखा, “@HowardLutnick के साथ रचनात्मक बैठक हुई। हम व्यापार और लोगों के लिए अवसरों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
“Committed to enhancing opportunities for our businesses and people.”
जुलाई तक पहला चरण तय करने की समयसीमा
दोनों देशों ने 8 जुलाई 2025 तक पहले चरण के समझौते को अंतिम रूप देने का लक्ष्य तय किया है। चार दिवसीय वार्ताएं 22 मई को समाप्त हो चुकी हैं, जिनमें मुख्य वार्ताकारों ने कई अहम मुद्दों पर सहमति बनाने की कोशिश की।
26% शुल्क पर भारत की आपत्ति
भारत वर्तमान में अमेरिका द्वारा प्रस्तावित 26% पारस्परिक टैरिफ से पूर्ण छूट की मांग कर रहा है। अमेरिका ने 2 अप्रैल को यह शुल्क लगाया था, लेकिन इसे 90 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है — जो 9 जुलाई 2025 तक प्रभावी रहेगा। फिलहाल भारतीय निर्यातकों को सिर्फ 10% मूल शुल्क देना पड़ रहा है।
भारत की प्राथमिकताएं: श्रम-प्रधान क्षेत्रों को राहत
भारत प्रस्तावित डील में अपने श्रम-प्रधान क्षेत्रों के लिए शुल्क में छूट चाहता है, जिनमें शामिल हैं:
- कपड़ा
- रत्न और आभूषण
- चमड़ा वस्तुएं
- परिधान
- प्लास्टिक
- रसायन
- झींगा (श्रिम्प)
- अंगूर और केले
अमेरिका की मांगें
वहीं, अमेरिका निम्न क्षेत्रों में भारत से टैरिफ रियायतें चाहता है:
- औद्योगिक वस्तुएं
- इलेक्ट्रिक वाहन
- वाइन
- पेट्रोकेमिकल्स
- डेयरी उत्पाद
- सेब, ट्री नट्स, और जेनेटिकली मोडिफाइड (GM) फसलें
भारत GM फसलों के आयात को लेकर फिलहाल सख्त है, लेकिन वह गैर-GM उत्पादों जैसे अल्फा-अल्फा हे (पशु चारा) को अनुमति देने पर विचार कर रहा है।
व्यापार आंकड़े: अमेरिका सबसे बड़ा साझेदार
- 2024-25 में भारत-अमेरिका व्यापार: $131.84 अरब
- अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार लगातार चौथे वर्ष बना रहा।
- भारत का निर्यात अधिशेष (Trade Surplus) अमेरिका के साथ: $41.18 अरब
वर्ष | व्यापार अधिशेष (अरब डॉलर में) |
---|---|
2020-21 | 22.73 |
2021-22 | 32.85 |
2022-23 | 27.7 |
2023-24 | 35.32 |
2024-25 | 41.18 |
अमेरिका इस बढ़ते हुए व्यापार घाटे पर चिंता जता चुका है और भारत से संतुलन साधने की दिशा में कदम उठाने को कह रहा है।