ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद एयरस्पेस अलर्ट

7 मई 2025 की सुबह भारत की ओर से उठाया गया एक बड़ा क़दम — ‘ऑपरेशन सिंदूर’। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब अब सिर्फ बयानबाज़ी में नहीं, बल्कि सटीक एक्शन में दिखा। इस सैन्य कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान और POK में मौजूद नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया।

स्ट्राइक का असर सिर्फ सरहद पार नहीं, देश के अंदर भी पड़ा।

एयरस्पेस बंद, उड़ानें रद्द

उत्तर भारत के कई अहम एयरपोर्ट्स — धर्मशाला, जम्मू, श्रीनगर, लेह और अमृतसर — को फिलहाल बंद कर दिया गया है। दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर भी उड़ानों की टाइमिंग प्रभावित हुई है। इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर भी इसका सीधा असर पड़ा है, खासकर मिडिल ईस्ट जाने वाली उड़ानों को अब 45 मिनट का एक्स्ट्रा समय और तकरीबन ₹5 लाख की अतिरिक्त लागत उठानी पड़ रही है।

एयर इंडिया ने जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट के लिए अपनी सारी उड़ानें दोपहर 12 बजे तक के लिए रद्द कर दी हैं। दो इंटरनेशनल फ्लाइट्स, जो अमृतसर जा रही थीं, उन्हें दिल्ली डायवर्ट कर दिया गया है।

कतर एयरवेज़ ने भी पाकिस्तान के लिए अपनी सारी फ्लाइट्स अस्थायी रूप से रोक दी हैं, क्योंकि पाकिस्तानी एयरस्पेस को बंद कर दिया गया है।

ऑपरेशन सिंदूर: टारगेटेड एक्शन

भारतीय सेना ने यह साफ कर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद आतंकियों के ठिकानों को खत्म करना था, न कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को। बहावलपुर जैसे इलाकों को निशाना बनाया गया जहां जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों की मौजूदगी पाई गई थी।

सरकारी बयान में कहा गया, “भारत ने निशाना चुनने और ऑपरेशन के तरीके में काफी संयम बरता है।”

IAF की बड़ी तैयारी: एयर ड्रिल्स ऑन बॉर्डर

इसी बीच, भारतीय वायुसेना राजस्थान में इंटरनेशनल बॉर्डर के पास एक बड़े एयर कॉम्बैट ड्रिल की शुरुआत कर रही है। इसमें राफेल, मिराज-2000 और सुखोई-30 जैसे फाइटर जेट्स के साथ-साथ AEW&C, IL-78 जैसे फोर्स-मल्टिप्लायर्स भी शामिल होंगे।

ड्रिल के लिए 7 मई की दोपहर 3:30 बजे से 8 मई रात 9:30 बजे तक एक बड़ा एयरस्पेस रिजर्व किया गया है। यह ड्रिल न केवल हाई ऑपरेशनल रेडीनेस को दर्शाता है, बल्कि पाकिस्तान को यह भी संदेश देता है कि भारत किसी भी विकल्प के लिए तैयार है।

राजस्थान के जैसलमेर, उत्तरलई, नल और फालोदी जैसे एयरबेस से ऑपरेशन को अंजाम दिया जाएगा।

सीमा पर हलचल तेज

LoC के पास लगातार 12वीं रात गोलीबारी की घटनाएं हुई हैं। राजौरी, पुंछ, मेंढर, सुंदरबनी जैसे इलाकों में राइफल और LMG से फायरिंग हुई, जिसका भारतीय सेना ने “प्रमाणिक और अनुपातिक” जवाब दिया।

हालांकि अभी तक दोनों पक्षों की ओर से भारी हथियार जैसे 155mm तोपें या 120mm मोर्टार का इस्तेमाल नहीं हुआ है, लेकिन हालात स्पष्ट तौर पर तनावपूर्ण हैं।

साल 2021 के बाद से दोनों देशों के DGMO के बीच हुई ‘शांति समझौते’ के बाद यह सबसे बड़ा तनाव माना जा रहा है।

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