ऑपरेशन सिंदूर पर ‘टॉय राफेल’ तंज से राजनीति गरमाई, बीजेपी ने कांग्रेस को बताया सेना का ‘पाँचवाँ स्तंभ’

नई दिल्ली: आतंकवाद के खिलाफ “ऑपरेशन सिंदूर” के बीच देश की सियासत में तीखी बयानबाज़ी देखने को मिल रही है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय द्वारा ‘टॉय राफेल’ वाले तंज के बाद भाजपा ने विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस, पर “सेना का मनोबल गिराने वाला पाँचवाँ स्तंभ” होने का आरोप लगाया है।

बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि “एक ओर पाकिस्तान सेना सीमा पार से बमबारी कर रही है, वहीं विपक्षी नेता देश के भीतर से भारतीय सेना पर हमला कर रहे हैं — बयानबाज़ी के ज़रिये।” ‘नींबू मिर्च वाला राफेल’ बनाम राष्ट्रवाद का विमर्श

उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने एक खिलौना विमान (जो राफेल को दर्शाता था) दिखाकर केंद्र सरकार पर तंज कसा। उस पर नींबू-मिर्च टांगे गए थे — और सवाल उठाया गया कि सरकार इन विमानों का उपयोग आतंकवादियों पर कार्रवाई में क्यों नहीं कर रही।

भाजपा ने इसे न केवल “गंभीर और गैर-जिम्मेदार” करार दिया बल्कि इसे भारतीय सेना के मनोबल पर चोट कहा।

🔁 कांग्रेस के सवाल और भाजपा का पलटवार

कांग्रेस ने सरकार से जवाब मांगा है कि क्या इस समय राजनीतिक हमले उचित हैं। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, “क्या यह राजनीति करने का समय है? या यह वह वक्त है जब पूरे देश को एकजुट संदेश देना चाहिए?”

वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भाजपा द्वारा जारी वीडियो पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने उसे “बचकाना और विभाजनकारी” बताते हुए कहा कि “यह वह समय नहीं है जब सियासी लाभ के लिए राष्ट्र को बांटा जाए।”

📽️ भाजपा का वीडियो संदेश: “अब और नहीं”

बीजेपी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर पूर्व यूपीए सरकार पर “शांति वार्ताओं की आड़ में निष्क्रियता” का आरोप लगाया। वीडियो में 2005 से लेकर 2013 तक के आतंकी हमलों का हवाला दिया गया और आरोप लगाया गया कि यूपीए ने कोई माकूल जवाब नहीं दिया। इसके उलट, वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि के साथ “अब कोई शांति नहीं, सिर्फ मिशन” जैसे संदेश दिखाए गए।

🔥 राजनीतिक एकजुटता बनाम बयानबाज़ी की सियासत

गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकियों के नौ ठिकानों को निशाना बनाकर “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया। इस कार्रवाई के बाद विपक्ष ने सरकार का समर्थन किया था, लेकिन अब बयानों के जरिए खाई फिर गहराती दिख रही है।

बीजेपी का कहना है कि “पाकिस्तान में कोई नेता अपनी सेना की आलोचना नहीं करता, जबकि भारत में विपक्ष की टिप्पणियों को पाकिस्तानी मीडिया में बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है।”

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