
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर आतंकियों के लॉन्चपैड्स पर सटीक हमले किए हैं। मंगलवार को जारी ड्रोन फुटेज और वीडियोज में साफ देखा जा सकता है कि पाकिस्तानी रेंजर भारतीय गोलाबारी के बीच भागते नजर आ रहे हैं।
BSF ने बताया कि तीन आतंकी अड्डों को 2.2 किमी अंदर तक जाकर ध्वस्त किया गया, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के आतंकियों का ठिकाना शामिल था।
पृष्ठभूमि: पहलगाम आतंकी हमले के बाद करारा जवाब
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पर्यटकों को निशाना बनाया गया था, जिसके बाद भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की। इसका उद्देश्य सीमा पार आतंकी गतिविधियों को रोकना और प्रतिशोध देना था।
मुख्य कार्रवाई और परिणाम:
- 8-10 मई के बीच, BSF ने सीमा पार स्थित लूनी, मस्तपुर और चब्बरा में बने आतंकी लॉन्चपैड्स को नेस्तनाबूद कर दिया।
- 40-50 आतंकियों की सीमा पार करने की कोशिश को समय रहते विफल किया गया।
- BSF और सेना की संयुक्त कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकियों को ढेर किया गया।
- 72 पाकिस्तानी पोस्ट और 47 फॉरवर्ड पोजिशन को निशाना बनाकर भारी नुकसान पहुंचाया गया।
ड्रोन और शेलिंग से बढ़ा तनाव:
IG शशांक आनंद ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने बिना उकसावे के फायरिंग शुरू की, जिसका BSF ने मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए BSF पोस्ट्स पर हमला भी किया, जिसमें 2 BSF जवान और एक सैनिक शहीद हुए।
DIG चितरपाल सिंह के अनुसार, पाकिस्तानी ड्रोन द्वारा किए गए हमलों के बाद भारतीय सेना ने तकनीकी निगरानी प्रणाली (CIBMS) को और मजबूत किया है।
BSF की तत्परता और मानवीय प्रयास:
IG आनंद ने कहा कि BSF महिलाओं सहित सभी जवानों ने मोर्चे पर डटे रहकर बहादुरी दिखाई। उन्होंने बताया कि कुछ फॉरवर्ड पोस्ट्स को शहीदों के नाम पर और एक को “सिंदूर पोस्ट” नाम देने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है।
BSF ने सीमा पर रहने वाले किसानों से अपील की है कि वे अपने खेती के कार्य जारी रखें, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी BSF उठाएगी।