
नई दिल्ली: विपक्ष के दोनों सदनों के नेताओं — लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे — ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाने की मांग की है। दोनों नेताओं ने यह मांग पहलगाम आतंकी हमले, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत-पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्षविराम के संदर्भ में की है।
राहुल गांधी ने अपने पत्र में कहा, “मैं विपक्ष की सर्वसम्मत मांग को दोहराता हूं कि संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए। यह जरूरी है कि देश की जनता और उनके प्रतिनिधि पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा पहले घोषित किए गए संघर्षविराम पर चर्चा करें। यह हमारे साझा संकल्प को प्रदर्शित करने का अवसर भी होगा।”
मल्लिकार्जुन खरगे ने भी प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा, “लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष पहले ही आपको पत्र लिख चुके हैं और विपक्षी दलों की ओर से विशेष सत्र बुलाने की मांग कर चुके हैं। मैं राज्यसभा में विपक्ष का नेता होने के नाते इस मांग का समर्थन करता हूं। मुझे विश्वास है कि आप इस मांग को गंभीरता से लेंगे।”
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने यह भी याद दिलाया कि 28 अप्रैल को उन्होंने और राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर विशेष सत्र की मांग की थी, जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी।
इस बीच, कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए बताया, “लोकसभा और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर तुरंत विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।”
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को जमीन, हवा और समुद्र पर सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति जताई थी, हालांकि कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन हुआ। भारत ने फिर जवाबी कार्रवाई की और सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा, “भारत ने आतंकवाद के खिलाफ हमेशा सख्त और समझौता न करने वाला रुख अपनाया है और आगे भी अपनाता रहेगा।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संघर्षविराम समझौता भारत और पाकिस्तान के DGMOs के बीच हुआ था और अमेरिका की भूमिका को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं देखा जाना चाहिए।