
भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी लेग स्पिनर पीयूष चावला ने शनिवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स से संन्यास लेने का ऐलान किया। उन्होंने अपने संन्यास की जानकारी सोशल मीडिया पर एक इमोशनल नोट के ज़रिए साझा की, जिसमें उन्होंने अपने पूरे क्रिकेट करियर के सफर के लिए आभार जताया।
38 वर्षीय चावला ने अपने करियर में भारत के लिए 3 टेस्ट, 25 वनडे और 7 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले। वह 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं।
अपने पोस्ट में चावला ने लिखा, “मैंने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया था, तब मैंने सिर्फ एक सपना देखा था – इंडिया के लिए खेलने का। भगवान की कृपा से, मैंने वो सपना जिया। आज जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो गर्व होता है कि मैंने देश और कई महान खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर किया।”
पीयूष चावला ने 2005 में घरेलू क्रिकेट से अपने करियर की शुरुआत की थी। उत्तर प्रदेश से रणजी ट्रॉफी खेलने वाले चावला जल्द ही अपनी गेंदबाज़ी के दम पर चर्चा में आ गए। उन्होंने IPL में भी लंबा और शानदार करियर बिताया। वह Kolkata Knight Riders के लिए लंबे समय तक खेले और टीम को दो बार चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई।
IPL में उन्होंने कुल 181 विकेट लिए, जो उन्हें लीग के सबसे सफल गेंदबाज़ों में से एक बनाता है। उन्होंने आखिरी बार IPL 2023 में Mumbai Indians के लिए खेला था, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम के लिए 22 विकेट झटके थे।
चावला ने अपने कोच, परिवार, दोस्तों और फैन्स का भी शुक्रिया अदा किया। उन्होंने लिखा, “मेरे कोच, मेरे माता-पिता और मेरे सभी चाहने वालों का धन्यवाद, जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया। क्रिकेट मेरे लिए सिर्फ एक खेल नहीं, एक जिंदगी थी। अब वक्त है नए अध्याय की शुरुआत करने का।”
संन्यास के बाद ऐसा माना जा रहा है कि पीयूष चावला क्रिकेट के साथ जुड़कर कोचिंग या कमेंट्री में करियर बना सकते हैं। IPL 2024 में भी वे स्टार स्पोर्ट्स के कमेंट्री पैनल का हिस्सा रह चुके हैं।
पीयूष चावला के संन्यास के साथ ही भारतीय क्रिकेट ने एक और अनुभवी स्पिनर को अलविदा कहा है। उनका करियर इस बात का उदाहरण है कि मेहनत और समर्पण के साथ कोई भी खिलाड़ी लम्बा सफर तय कर सकता है।