स्काइप का आख़िरी कॉल: 21 साल बाद अलविदा, अब जिम्मेदारी Teams की

एक दौर था जब इंटरनेट पर वीडियो कॉलिंग का नाम आते ही सबसे पहला नाम “स्काइप” का ज़ुबान पर आता था। 2003 में लॉन्च हुआ स्काइप, वो प्लेटफ़ॉर्म बना जिसने सीमाओं के परे लोगों को जोड़ा। दोस्तों से बातचीत हो या बिज़नेस मीटिंग — स्काइप ने सबके लिए संचार का नया रास्ता खोला। पर अब, 21 साल बाद, माइक्रोसॉफ्ट ने स्काइप की सेवाओं को पूरी तरह बंद करने का ऐलान कर दिया है।

माइक्रोसॉफ्ट ने यह निर्णय लिया है कि मई 2025 से स्काइप को औपचारिक रूप से सेवानिवृत्त किया जाएगा। इसका असर फ्री और पेड दोनों तरह के यूज़र्स पर पड़ेगा, लेकिन “Skype for Business” सेवाएं इस बदलाव से प्रभावित नहीं होंगी।

स्काइप: शिखर से विदाई तक

अपने चरम पर स्काइप के 30 करोड़ से ज़्यादा सक्रिय यूज़र थे। 2011 में जब माइक्रोसॉफ्ट ने इसे 8.5 बिलियन डॉलर में खरीदा था, तब इसे अपनी कम्युनिकेशन स्ट्रैटेजी का केंद्र बनाने की योजना थी। लेकिन वक़्त के साथ जैसे-जैसे Zoom, WhatsApp, Google Meet और खुद माइक्रोसॉफ्ट का Teams उभरे, स्काइप की चमक फीकी पड़ती गई।

जहां Zoom जैसे प्लेटफ़ॉर्म बड़ी ग्रुप कॉल्स को बेहतरीन तरीके से मैनेज करने लगे, वहीं स्काइप तकनीकी रूप से पीछे रह गया। इसके चलते न केवल यूज़र एक्सपीरियंस प्रभावित हुआ, बल्कि धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता भी गिरने लगी।

माइक्रोसॉफ्ट की रणनीति: Teams की ओर रुख

माइक्रोसॉफ्ट ने फ़रवरी 2025 में अपने ब्लॉग पोस्ट के ज़रिए घोषणा की कि स्काइप की सेवाएं 5 मई 2025 को बंद कर दी जाएंगी। कंपनी ने यूज़र्स से अपील की है कि वे Teams Free वर्ज़न की ओर रुख करें, जो स्काइप जैसी ही कई सुविधाएं उपलब्ध कराता है — और साथ में कुछ अतिरिक्त फ़ीचर्स भी देता है।

यूज़र्स अपने पुराने Skype लॉगिन से Teams में साइन इन कर सकते हैं और उनके सारे कॉन्टैक्ट्स व चैट्स अपने आप ट्रांसफर हो जाएंगे। माइक्रोसॉफ्ट ने यह भी कहा है कि यूज़र्स जनवरी 2026 तक अपना डेटा डाउनलोड या माइग्रेट कर सकते हैं, उसके बाद यह स्थायी रूप से डिलीट कर दिया जाएगा।

अलविदा स्काइप: एक युग का अंत

स्काइप का बंद होना तकनीक की दुनिया में एक युग के अंत जैसा है। यह केवल एक ऐप नहीं था — यह उन रिश्तों की डोर था जिन्हें समय और दूरी ने तोड़ना चाहा लेकिन स्काइप ने जोड़े रखा। चाहे लंबी दूरी के रिश्ते हों या महामारी के दौरान वर्चुअल मीटिंग्स, स्काइप हमेशा साथ रहा।

अब जब स्काइप अपना आख़िरी कॉल कर चुका है, तो इसकी विरासत को माइक्रोसॉफ्ट Teams आगे बढ़ाएगा। तकनीक बदलती है, लेकिन जो यादें स्काइप ने हमें दी हैं — वे हमेशा ज़िंदा रहेंगी।

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