AI‑171 फ्लाइट में एकमात्र Survivor: विश्वश ने बताए हादसे के वो पल

Ahmedabad–London एयर इंडिया फ्लाइट AI‑171, जो Boeing 787 Dreamliner था, टेकऑफ़ के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे यात्रियों और क्रू समेत करीब 242 लोग विमान में सवार थे। इस त्रासदी में सिर्फ एक व्यक्ति, 38–40 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक विश्वश कुमार रमेश, ही ज़िंदा बच पाया।
विश्वश ने बताया कि टेकऑफ़ के लगभग 30 सेकंड बाद अचानक विमान में “तेज़ आवाज़” आई और फिर वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वे कहने लगे, “मुझे नहीं पता मैं कैसे ज़िंदा बचा” ।

वह जैसे ही मलबे में से बाहर निकले, उन्होंने बेहोशपन और आघात के बावजूद एक वीडियो कॉल अपनी फैमिली को की। “हमारा विमान क्रैश हो गया, मुझे नहीं पता मैं कैसे बाहर आ गया,” उन्होंने अपने छोटे भाई नयन रamesh को बताया ।
उनके आसपास कई मृत शरीर और टुकड़े बिखरे हुए थे, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दौड़ते हुए एम्बुलेंस तक पहुंच गए ।

Ahmedabad के Civil Hospital में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर धवल गेमेटी ने बताया कि विश्वश “डिसओरिएंटेड और कई चोटों के साथ” थे, लेकिन उन्हें अब ख़तरे से बाहर माना जा रहा है । उन्होंने अपने परिवार को इंग्लैंड में फोन कर कहा कि वे बिस्तर पर आराम कर रहे हैं और फोन ऑफ़ कर दिया गया है।

उसका बड़ा भाई Ajay रमेश, जो उसी फ्लाइट पर थे, अभी भी लापता हैं। विश्वश ने भावुकता से कहा, “मैं अब भी उसके लिए इंतजार कर रहा हूँ… आपको मेरी मदद करें” ।

दुर्घटना की चपेट में एयर इंडिया के 12 क्रू मेंबर्स, 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, 1 कनाडाई, और कई अन्य नागरिक थे। एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल के अनुसार, पायलट ने टेकऑफ़ के तुरंत बाद ‘Mayday’ कॉल किया था ।

Crash की वजह से विमान सीधे BJ Medical College परिसर में भिड़ गया, जिससे कैंपस में हो रही गतिविधियाँ भी बुरी तरह प्रभावित हुईं। अस्पताल में कई बर्न पीड़ित भी भर्ती हुए, और विद्यार्थी तथा कर्मचारी भी प्रभावित हुए।

यह घटना भारत के इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी विमान दुर्घटना है—पहली थी 2020 में Kozhikode की Air India Express फ्लाइट दुर्घटना ।

Most Read

Last Week