
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार (5 मई, 2025) को एक बड़ा फैसला लेते हुए विदेशों में निर्मित फिल्मों पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है। ट्रम्प के इस कदम से हॉलीवुड समेत पूरा अमेरिकी फिल्म जगत हैरान है।
राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बताया
अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रूथ सोशल’ पर पोस्ट करते हुए ट्रम्प ने कहा कि अमेरिकी फिल्म उद्योग “बहुत तेजी से मौत की ओर बढ़ रहा है”। उन्होंने आरोप लगाया कि अन्य देश फिल्म निर्माताओं और स्टूडियो को आकर्षक प्रोत्साहन देकर अपनी ओर खींच रहे हैं, जिसे उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया।
ट्रम्प ने अपने पोस्ट में लिखा, “यह अन्य देशों का एक सुनियोजित प्रयास है और इसलिए, यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। यह सब कुछ के अलावा, संदेश और प्रचार है!” उन्होंने अपना संदेश बड़े अक्षरों में समाप्त करते हुए कहा, “हम चाहते हैं कि फिल्में फिर से अमेरिका में बनें!”
क्या होगा इसका असर?
ट्रम्प के इस फैसले से न सिर्फ हॉलीवुड बल्कि दुनिया भर के फिल्म उद्योग पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। अमेरिकी स्टूडियो, स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म और स्वतंत्र प्रोडक्शन कंपनियां सालों से कनाडा, पूर्वी यूरोप, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और अन्य क्षेत्रों में शूटिंग कर रही हैं। ऐसा वे लॉस एंजिलिस जैसे स्थानों पर होने वाली उच्च लागत से बचने के लिए करती हैं, जहां आकर्षक प्रोत्साहन, कम लागत और विशेषज्ञ अंतरराष्ट्रीय क्रू के लाभ मिलते हैं।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि फिल्म टैरिफ कब और किस रूप में लागू होंगे और क्या इनमें पोस्ट-प्रोडक्शन सेवाएं भी शामिल होंगी। अभी तक ट्रम्प के टैरिफ प्रस्तावों में सेवाओं को शामिल नहीं किया गया है।
वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने एक्स पर पोस्ट कर इस घोषणा का समर्थन किया है, लेकिन न तो लुटनिक और न ही ट्रम्प ने इसके क्रियान्वयन के बारे में कोई विवरण दिया है।
उद्योग पर पड़ेगा असर
फिल्मएलए के अनुसार, पिछले एक दशक में लॉस एंजिलिस में फिल्म और टेलीविजन प्रोडक्शन में लगभग 40% की गिरावट आई है। इस बीच, दुनिया भर की सरकारें प्रोडक्शन को आकर्षित करने के लिए अधिक उदार टैक्स क्रेडिट और नकद छूट प्रदान कर रही हैं। एम्पेयर एनालिसिस के अनुसार, 2025 में वैश्विक स्तर पर सामग्री का उत्पादन करने के लिए $248 बिलियन खर्च किए जाने का अनुमान है।
यह घोषणा ऐसे समय आई है जब ट्रम्प ने चीन के साथ व्यापार युद्ध छेड़ रखा है और वैश्विक टैरिफ लगाए हैं, जिससे बाजारों में उथल-पुथल मची है और अमेरिकी मंदी की आशंकाएं बढ़ गई हैं।
विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के वरिष्ठ फेलो और पूर्व वरिष्ठ वाणिज्य अधिकारी विलियम रेनश ने कहा है कि ट्रम्प के विदेशी फिल्मों पर टैरिफ के खिलाफ प्रतिशोध विनाशकारी होगा। उन्होंने कहा, “प्रतिशोध हमारे उद्योग को खत्म कर देगा। हमारे पास जीतने से ज्यादा हारने के लिए बहुत कुछ है।” उन्होंने यह भी कहा कि फिल्मों के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा या राष्ट्रीय आपातकाल का मामला बनाना मुश्किल होगा।
क्या होगा आगे?
हॉलीवुड और अन्य फिल्म उद्योगों के विशेषज्ञ अभी इस फैसले के दूरगामी प्रभावों का आकलन कर रहे हैं। कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम कैलिफोर्निया फिल्म एंड टेलीविजन टैक्स क्रेडिट प्रोग्राम के वार्षिक आवंटन को $330 मिलियन से बढ़ाकर $750 मिलियन करने की कोशिश कर रहे हैं। राज्य की विधायिका में दो बिल प्रस्तावित हैं जो इसके दायरे और रिबेट स्तर को बढ़ाने के लिए हैं।
फिलहाल यह देखना दिलचस्प होगा कि हॉलीवुड के कथित विशेष राजदूत – मेल गिब्सन, सिल्वेस्टर स्टैलोन और जॉन वॉइट – इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं।
फिलहाल अमेरिकी फिल्म उद्योग इस फैसले के प्रभावों का आकलन करने में जुटा है, जबकि दुनिया भर के देश अपनी प्रतिक्रिया तैयार कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस फैसले का वैश्विक फिल्म उद्योग पर क्या असर पड़ता है।

