
भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारे विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है, जिससे उनके 14 साल लंबे शानदार करियर का एक ऐतिहासिक अध्याय समाप्त हो गया। कोहली ने सोमवार सुबह सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश के साथ यह खबर साझा की, जिसमें उन्होंने अपने सफर के उतार-चढ़ाव, संघर्ष और उपलब्धियों को याद किया। उन्होंने लिखा, “14 साल पहले जब मैंने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में बैगी ब्लू पहना था, तब कभी नहीं सोचा था कि यह सफर मुझे कहाँ तक ले जाएगा। इस फॉर्मेट ने मुझे परखा, गढ़ा और जीवनभर के लिए सबक दिए।”
कोहली का रिकॉर्ड और उपलब्धियां
विराट कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें उन्होंने 9230 रन बनाए, 30 शतक और 31 अर्धशतक जड़े। उनका औसत 46.85 रहा, जो किसी भी शीर्ष बल्लेबाज के लिए गर्व की बात है। कोहली ने सात दोहरे शतक भी लगाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 254* रहा। कप्तान के तौर पर कोहली ने 68 टेस्ट में टीम की कमान संभाली और 40 जीत दिलाई, जिससे वे भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बने1238।
सुनहरे दौर से हालिया चुनौतियों तक
कोहली का टेस्ट करियर 2014-19 के बीच अपने शिखर पर था, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमों के खिलाफ शानदार पारियां खेलीं। 2016 और 2017 में उनका औसत 75 से ऊपर रहा, और उन्होंने लगातार दो साल 1000 से ज्यादा रन बनाए। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में उनका फॉर्म गिरा और 2020 के बाद उनका औसत 30 के आसपास रहा8। इसके बावजूद, कोहली की बल्लेबाजी में जुनून और नेतृत्व में दृढ़ता हमेशा बनी रही।
संन्यास का समय और कारण
कोहली का संन्यास ऐसे समय आया है जब भारतीय टेस्ट टीम में बड़े बदलाव हो रहे हैं। रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन पहले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। कोहली के फैसले ने चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन को युवा खिलाड़ियों को मौका देने का समय जरूर दिया है, खासकर इंग्लैंड के आगामी दौरे से पहले46। बीसीसीआई ने कोहली को मनाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने अपने फैसले पर अडिग रहते हुए कहा कि अब सही समय है, और वे दिल से आभार के साथ इस सफर को अलविदा कह रहे हैं257।
कोहली की विरासत
विराट कोहली का टेस्ट करियर सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं है; उन्होंने भारतीय क्रिकेट को आक्रामकता, फिटनेस और जीत की भूख दी। वे युवाओं के लिए प्रेरणा हैं और उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशी धरती पर कई ऐतिहासिक जीत दर्ज कीं। कोहली का कहना है, “मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कान के साथ याद करूंगा।”