वज़न घटाने के बाद लटकी त्वचा से परेशान हैं? जानिए समाधान भीतर से, सिर्फ बाहरी उपायों से नहीं

Weight loss

वजन घटाना एक बड़ी जीत है — इसमें मेहनत, अनुशासन और आत्म-संयम का योगदान होता है। लेकिन इस जीत के बाद जो एक नई चुनौती सामने आती है, वह है — लटकी हुई त्वचा। शरीर हल्का हो जाता है लेकिन आईने में दिखती ढीली त्वचा, आत्मविश्वास पर तगड़ी चोट कर सकती है। खासतौर पर जब वजन तेजी से घटता है, तो त्वचा को समेटने का समय नहीं मिल पाता। और यहीं से शुरू होती है उस सवाल की तलाश — “अब क्या किया जाए?”

बात सिर्फ सौंदर्य की नहीं है, यह आपके मानसिक स्वास्थ्य और बॉडी इमेज से जुड़ा मामला है। लटकी त्वचा आपके आत्मविश्वास को खोखला कर सकती है, और कई बार वह उत्साह भी दब जाता है जो आपने फिटनेस की यात्रा में महसूस किया था।

यह जान लेना ज़रूरी है कि हमारी त्वचा एक लचीला अंग है, लेकिन इसकी सीमा होती है। वर्षों की खिंचाव और अचानक आए सिकुड़न के बीच त्वचा को खुद को दोबारा आकार देने में समय, पोषण और थोड़ा धैर्य लगता है।

तो क्या है उपाय?

इस स्थिति को सुधारने का रास्ता सिर्फ बाहर से क्रीम या लोशन लगाने तक सीमित नहीं है। असल बदलाव तब आता है जब हम अपने शरीर की बुनियादी ज़रूरतों को समझते हैं और भीतर से काम करना शुरू करते हैं।

सबसे पहले आती है रेजिस्टेंस ट्रेनिंग। यह केवल मांसपेशियों को मज़बूत करने के लिए नहीं है, बल्कि यह शरीर की टोनिंग प्रक्रिया को तेज करती है। जब आप मसल्स बिल्ड करते हैं, तो वे त्वचा को अंदर से सहारा देती हैं, जिससे लटकी त्वचा धीरे-धीरे टाइट होने लगती है। यह कोई जादू नहीं है, लेकिन अनुशासित रूप से किया गया स्ट्रेंथ वर्कआउट धीरे-धीरे फर्क दिखाने लगता है।

दूसरी बात — कोलेजन। यह शब्द अक्सर कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में सुनाई देता है, लेकिन इसका संबंध आपकी त्वचा की बनावट और लचीलापन से है। उम्र के साथ कोलेजन का स्तर गिरता है और वज़न घटाने के बाद इसकी ज़रूरत और बढ़ जाती है। डाइट में विटामिन C, प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल करने से शरीर प्राकृतिक रूप से कोलेजन बना सकता है। चाहें तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट भी ले सकते हैं, लेकिन सबसे पहले ध्यान भोजन पर होना चाहिए।

एक और पहलू है जिसे हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं — हाइड्रेशन। हमारी त्वचा का एक बड़ा हिस्सा पानी से बना है। जब शरीर ठीक से हाइड्रेटेड होता है, तब ही त्वचा अपना लचीलापन बनाए रख सकती है। दिनभर पानी पीना कोई ट्रेंड नहीं, बल्कि एक बुनियादी ज़रूरत है।

यह समझना ज़रूरी है कि त्वचा को टाइट करना कोई ‘वन-डे सॉल्यूशन’ नहीं है। यह एक धीमी प्रक्रिया है जिसमें आपकी मानसिक स्थिति, खानपान, व्यायाम और त्वचा की देखभाल — सबका योगदान होता है।

कुछ मामलों में, जहां त्वचा बहुत अधिक लटक चुकी होती है — खासतौर पर बार-बार वजन घटाने-बढ़ाने या प्रेगनेंसी के बाद — वहां सर्जिकल विकल्प भी मौजूद हैं, लेकिन वो अंतिम विकल्प होने चाहिए। पहले अपनी जीवनशैली को मौका दें।

तो अगली बार जब आप आईने में अपनी लटकी त्वचा को देखें, तो निराश मत होइए। वो आपकी मेहनत की गवाही है, और अगर आप थोड़ा और धैर्य रखें, तो वही त्वचा आपकी ताक़त की चमक भी बन सकती है।

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